ईरान ने पाकिस्तान की सीमा में एक और हमला किया है, जिसमें आतंकी संगठन जैश अल अदल के शीर्ष कमांडर को ढेर किया गया है। यह एक जानी-मानी सुन्नी आतंकी संगठन है, जो ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत से संचालित होता है। इस संगठन का ईरान की सरकार द्वारा आतंकी संगठन माना जाता है। जैश अल अदल ने कई हमलों का आरोप उठाया है, जिसमें इस संगठन के हाथों ईरान में हुए कई हमले भी शामिल हैं।
इस हमले के पीछे तनाव बढ़ने के पीछे कई कारण हैं, जैसे कि ईरान और पाकिस्तान की सीमा के आसपास के क्षेत्रों में विद्रोही संगठनों की गतिविधियों का उचित संयोजन। इन संगठनों का लक्ष्य इस क्षेत्र को आजाद करना है, ताकि यहां के बलोच लोगों को अधिकार मिल सके। इसी कारण ये संगठन पाकिस्तान में हमला करते हैं और ईरान की सीमा में घुस जाते हैं।
पिछले समय में इस विवाद पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था, लेकिन इसके बाद एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए, जिसके अनुसार दोनों देशों ने सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग करने का निर्णय लिया था। इससे पहले भी ईरान और पाकिस्तान ने मिलकर सीमा के पास के क्षेत्रों में विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई की है।