दोहा/तेल अवीव। गाजा में इस्राइल की हालिया बमबारी के बाद हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में मलबे से हमास के कई वरिष्ठ नेताओं के शव बरामद किए गए हैं। इस घटना के बाद कतर और इस्राइल के बीच तनाव नई ऊंचाई पर पहुंच गया है, क्योंकि कतर लंबे समय से गाजा संकट को शांत करने के लिए मध्यस्थता कर रहा था।
मलबे से निकाले गए शव
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस्राइली वायुसेना की कार्रवाई के बाद गाजा के कई इलाकों में इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो गईं। इन्हीं खंडहरों से हमास से जुड़े नेताओं के शव बरामद किए गए। हालांकि, मारे गए नेताओं की आधिकारिक पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। माना जा रहा है कि इनमें संगठन के राजनीतिक और सैन्य विंग से जुड़े अहम चेहरे शामिल हैं।
कतर-इस्राइल संबंधों में खटास
हमास नेताओं की मौत के बाद कतर ने इस्राइल के हमलों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कतर सरकार ने कहा कि “गाजा में हो रही तबाही और नागरिकों की मौत को किसी भी हाल में सही नहीं ठहराया जा सकता।” विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से कतर और इस्राइल के बीच चल रही अनौपचारिक वार्ता और मध्यस्थता की कोशिशें प्रभावित होंगी।
मध्य पूर्व में बढ़ा तनाव
इस्राइल और हमास के बीच जारी संघर्ष अब मध्य पूर्व की कूटनीति पर सीधा असर डाल रहा है। कतर उन देशों में शामिल है जो संघर्षविराम और मानवीय सहायता के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा था। लेकिन हमास नेताओं के मारे जाने के बाद इस दिशा में प्रगति रुक सकती है।
अंतरराष्ट्रीय चिंता
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन गाजा में जारी हिंसा और मानवीय संकट पर गहरी चिंता जता चुके हैं। लगातार हो रही बमबारी से हजारों लोग बेघर हो गए हैं और स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। अब सवाल यह है कि क्या कतर और अन्य अरब देश मिलकर संघर्षविराम के लिए इस्राइल पर दबाव बना पाएंगे।