पाकिस्तान की एक अदालत ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को नौ मई की हिंसा से जुड़े चार मामलों में अंतरिम जमानत दी है। यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने रविवार को दी। इमरान खान अभी कई मामलों में पंजाब प्रांत के रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। पिछले साल नौ मई को इमरान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने एक दर्जन से ज्यादा सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया था। इनमें रावलपिंडी में सेना मुख्यालय, फैसलाबाद में इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) की इमारत, मियांवाली एयरबेस, जिन्ना हाउस (लाहौर कोर कमांडर हाउस) शामिल हैं।
पीटीआई संस्थापक की जमानत याचिकाओं पर शुक्रवार को आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) के न्यायाधीश अरशद जावेद ने सुनवाई की। ‘द इंटरनेशनल’ के मुताबिक उन्होंने नौ मई की हिंसा से जुड़े चार मामलों में इमरान को अंतरिम जमानत दे दी।
अदालत ने जमान पार्क के बाहर पुलिस पर हमला, पीटीआई कार्यकर्ता जिल्ले शाह की हत्या, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के मॉडल टाउन स्थित कार्यालय और कलमा चौक पर एक कंटेनर को जलाने के मामलों में खान की अंतरिम जमानत मंजूर की।
एटीसी के एक अन्य न्यायाधीश नावेद इकबाल ने नौ मई को हुई हिंसा के तीन मामलों में इमरान खान की अंतरिम जमानत की अवधि सात मार्च तक बढ़ा दी। अदालत ने जिन तीन मामलों में अंतरिम जमानत की अवधि आगे बढ़ाई है, उनमें जिन्नाह हाउस पर हमला, अस्करी टॉवर और शादमान थाने को जलाने के मामले शामिल