महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल बढ़ाने वाला बयान देते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि गठबंधन की एक सहयोगी पार्टी के 22 विधायक उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सीधे संपर्क में हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव किसी भी समय हो सकता है, क्योंकि ये विधायक नई दिशा में कदम बढ़ाने की तैयारी में हैं।
आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार “अस्थिरता से घिरी” है और सत्ता में बने रहने के लिए लगातार राजनीतिक जोड़-तोड़ का सहारा लिया जा रहा है। उनके अनुसार, कई विधायकों में वर्तमान नेतृत्व के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है, जिसके कारण वे अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर अलग विकल्प तलाश रहे हैं। ठाकरे ने कहा कि भाजपा नेतृत्व, विशेषकर फडणवीस, इन असंतुष्ट विधायकों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और जल्द ही इसका परिणाम देखने को मिल सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि जनता के मुद्दों से ध्यान हटाने और आंतरिक असंतोष को दबाने के लिए सत्ताधारी गठबंधन राजनीतिक खेल खेल रहा है। आदित्य ठाकरे के अनुसार, महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों जो स्थिति बनी हुई है, वह लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप नहीं है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के पास इस राजनीतिक गतिविधि से जुड़े पुख्ता इनपुट हैं और समय आने पर वे इसे विस्तृत रूप में सामने लाएंगे।
वहीं, सियासी हलकों में आदित्य ठाकरे के इस बयान को 2025 के चुनावी वर्ष से पहले उभरते राजनीतिक तनाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि उनके दावे में थोड़ी भी सच्चाई है, तो राज्य में गठबंधन राजनीति एक बार फिर उथल-पुथल का सामना कर सकती है। शिवसेना (यूबीटी) की ओर से किए गए इस दावे ने भाजपा और सहयोगी दलों पर भी दबाव बढ़ा दिया है, जिनसे अब इस मुद्दे पर सफाई की उम्मीद की जा रही है।
कुल मिलाकर, आदित्य ठाकरे के बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है और आने वाले दिनों में सत्ता समीकरणों में बड़े बदलाव की संभावनाएँ एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं।





