प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस बारे में जानकारी साझा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि इस सम्मेलन के तीसरे संस्करण का आयोजन चार से छह अक्तूबर तक किया जाएगा। इस दौरान हरित बदलाव, भू-आर्थिक विखंडन और विकास के निहितार्थ, और प्रतिरोध क्षमता बनाए रखने के लिए नीतिगत कार्रवाई के सिद्धांतों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। पीएमओ ने कहा कि भारत के साथ ही दुनिया भर के विद्वान भारतीय अर्थव्यवस्था और ग्लोबल साउथ की अर्थव्यवस्थाओं के सामने आने वाले कुछ सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।वहीं, वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ‘द इंडियन एरा’ थीम पर आधारित सम्मेलन 150 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं को एक साथ लाएगा, ताकि भारतीय अर्थव्यवस्था और ग्लोबल साउथ की अर्थव्यवस्थाओं के सामने आने वाले सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जा सके। इस सम्मेलन में दुनियाभर के कई वक्ता भाग लेंगे। मंत्रालय ने कहा कि ये सम्मेलन ग्लोबल साउथ में देशों के सेतु-निर्माता के रूप में भारत की बढ़ती भूमिका को प्रदर्शित करेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सम्मेलन के दौरान उद्घाटन भाषण देंगी, जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर 4-6 अक्तूबर से होने वाले 3 दिवसीय कार्यक्रम का समापन करेंगे।





