संसद में आज आंबेडकर मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित हो गई। मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान अमित शाह के एक बयान पर विपक्ष भड़क गया है। राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के खिलाफ विपक्ष के विरोध पर भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा, ‘लगातार कांग्रेस पार्टी पूरे देश के सामने एक्सपोज़ हुई है। भीम राव आंबेडकर आजादी के बाद पहली बार सरकार में मंत्री थे। जब उन्होंने दलितों की बात की तो जवाहर लाल नेहरू ने उनकी उपेक्षा की। उन्हें मजबूर किया गया कि वे इस्तीफा दें। इन सब बातों को जब अमित शाह जी ने कहा तो कांग्रेस का चेहरा पूरे देश के सामने बेनकाब हो गया। आज वे (कांग्रेस) देश की जनता को गुमराह करने के लिए इस्तीफा मांगने की बात कर रहे हैं लेकिन ये बात उजागर हो चुकी है कि कांग्रेस पार्टी ने किस तरह से अपने जीवन में भीम राव अंबेडकर का अपमान किया।’संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री के भाषण पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर और संविधान का अपमान किया है। मनुस्मृति और RSS की उनकी विचारधारा यह स्पष्ट करती है कि वह बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान का सम्मान नहीं करना चाहते हैं। हम इसकी निंदा करते हैं और उनके इस्तीफे की मांग करते हैं। उन्हें देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए…उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’