भारत ने 12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर हादसे की जांच में संयुक्त राष्ट्र की विमानन एजेंसी ICAO (इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन) द्वारा एक जांचकर्ता को शामिल करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी।
रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ICAO ने भारत में मौजूद अपने एक जांचकर्ता को पर्यवेक्षक की भूमिका में शामिल करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन भारत सरकार ने इस सुझाव को ठुकरा दिया। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की जांच भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के अधीन ही की जाएगी और सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया जा रहा है।
ब्लैक बॉक्स डेटा पर भी उठे सवाल
सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस हादसे के ब्लैक बॉक्स डेटा के विश्लेषण में देरी पर सवाल उठाए थे। रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट रिकॉर्डर 13 और 16 जून को बरामद हुए थे, और जांचकर्ताओं ने अब उसका डेटा डाउनलोड कर लिया है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि रिकॉर्डर भारत में पढ़े गए या अमेरिका भेजे गए।
ICAO की भूमिका पर चर्चा
गौरतलब है कि ICAO को पूर्व में 2014 के मलेशियाई विमान लापता कांड और 2020 के यूक्रेनी जेटलाइनर हादसे में जांचकर्ताओं के रूप में शामिल किया गया था, लेकिन वह सहयोग संबंधित देशों के अनुरोध पर हुआ था। इस बार भारत ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया।
सरकारी प्रतिक्रिया
भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया कि जांच प्रक्रिया ICAO के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जारी है और प्रारंभिक रिपोर्ट नियमानुसार लगभग 30 दिनों में जारी की जाएगी। इस बीच AAIB की ओर से फिलहाल इस विषय में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।