हमास और इस्राइल बीते छह महीने से जंग लड़ रहे हैं। इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सोमवार को सऊदी अरब के रियाद पहुंचे। बता दें, ब्लिंकन सऊदी अरब के बाद जॉर्डन और इस्राइल भी जाएंगे। ब्लिंकन की यात्रा का मकसद मध्य पूर्व में शांति प्रक्रिया में तेजी लाना और इस्राइली बंधकों की रिहाई है। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, सऊदी अरब में ब्लिंकन क्षेत्रीय सुरक्षा पर समन्वय को आगे बढ़ाने के लिए खाड़ी सहयोग परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेंगे। बताया जा रहा है कि वह वैश्विक सहयोग और विकास के लिए ऊर्जा पर विश्व आर्थिक मंच की विशेष बैठक में भी शामिल होंगे। अमेरिका के अरब भागीदारों से मिलने के लिए 29 अप्रैल से एक मई की अपनी यात्रा के दौरान, ब्लिंकन गाजा में संघर्ष विराम के लिए चल रहे प्रयासों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, गाजा को दी जा रही मानवीय सहायता में हालिया वृद्धि पर भी बात करेंगे। ब्लिंकन साथ ही कैदियों की रिहाई पर बात करेंगे जो फलस्तीनी लोगों और युद्धविराम के बीच एक दीवार है। बता दें कि, इस्राइल ने मिस्र के मध्यस्थों के माध्यम से हमास को पहले ही बता दिया है कि, अगर 33 कैदियों को फौरन रिहा नहीं किया गया तो साउथ गाजा पट्टी में राफा इलाके पर जमीनी आक्रमण शुरू हो जाएगा। इस्राइल ने यह भी कहा है कि अगर सियासी चर्चा नाकाम हो जाती है तो उसकी फौज राफा क्षेत्र में दाखिल हो जाएगी।