Thursday, December 25, 2025

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अमेरिकी प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद बोले पुतिन—‘यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत आसान नहीं, प्रक्रिया बेहद चुनौतीपूर्ण’

यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नया बयान अंतरराष्ट्रीय चर्चाओं के केंद्र में है। हाल ही में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद पुतिन ने स्पष्ट कहा कि युद्धविराम या किसी स्थायी समाधान तक पहुंचना “काफी मुश्किल और जटिल प्रक्रिया” है। उनके अनुसार, कूटनीतिक बातचीत का रास्ता खुला जरूर है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में इसे आगे बढ़ाना आसान नहीं होगा।

बैठक में अमेरिकी प्रतिनिधियों ने युद्ध को समाप्त करने के लिए संभावित विकल्पों और मानवीय संकट को रोकने के उपायों पर चर्चा की। हालांकि, पुतिन ने संकेत दिया कि रूस अपनी सुरक्षा और सामरिक हितों से जुड़े मुद्दों पर किसी तरह का समझौता करने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि बातचीत तभी सार्थक होगी जब इसमें शामिल पक्ष वास्तविकता को समझें और एक संतुलित समाधान की दिशा में आगे बढ़ें।

रूस की ओर से यह भी कहा गया कि यूक्रेन के नेतृत्व द्वारा लगातार सैन्य सहायता की मांग और पश्चिमी देशों से बढ़ती हथियार आपूर्ति से स्थिति और जटिल हो रही है। पुतिन के अनुसार, ऐसी परिस्थितियों में बातचीत का माहौल कमजोर पड़ता है और भरोसे का तत्व भी प्रभावित होता है।

अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में मानवीय मार्ग, कैदियों की अदला-बदली और युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के लिए समन्वय जैसी पहल पर जोर दिया। हालांकि, दोनों पक्षों ने आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया कि इन विषयों पर कोई ठोस सहमति बनी या नहीं।

कूटनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन का यह बयान बताता है कि निकट भविष्य में किसी बड़े युद्धविराम की उम्मीद करना कठिन है। बातचीत की संभावना बनी हुई है, लेकिन भू-राजनीतिक तनाव, सैन्य गतिरोध और दोनों पक्षों की कड़ी शर्तें समाधान के रास्ते में प्रमुख बाधाएँ बनी हुई हैं।

कुल मिलाकर, पुतिन का ताजा बयान यह स्पष्ट करता है कि यूक्रेन युद्ध की समाप्ति अभी भी एक लंबी और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस दिशा में अधिक प्रभावी मध्यस्थता की आवश्यकता पड़ सकती है।

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