भारत पर अमेरिका की ओर से लगाए गए अतिरिक्त शुल्क (टैरिफ) बुधवार से लागू हो गए। इन टैरिफ का सीधा असर भारत के कपड़ा, हीरे-जेवरात, चमड़ा, समुद्री उत्पाद और इंजीनियरिंग सामान जैसे श्रम-प्रधान निर्यात पर पड़ेगा। इस पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा कि उन्होंने इस साल फरवरी में जिस ‘मेगा फॉर्मूले’ (MAGA + MIGA = MEGA) की बात की थी, वही अब भारत के लिए “महा सिरदर्द” बन गया है।
कांग्रेस का हमला – ‘ट्रंप डबल टैरिफ’ से झटका
कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिका की ओर से लगाया गया “ट्रंप डबल टैरिफ” लागू हो चुका है। इसका नुकसान सीधा उन क्षेत्रों पर होगा, जहां करोड़ों लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने अभी 24 घंटे पहले एच1बी वीज़ा प्रणाली पर भी सवाल उठाए थे, जिससे सबसे अधिक लाभ भारतीय आईटी पेशेवरों को मिला है।
रमेश ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नारे “MAGA” (Make America Great Again) को अपनाकर “MIGA” (Make India Great Again) का नारा दिया और कहा कि दोनों मिलकर “MEGA” (महासाझेदारी) बनाएंगे। लेकिन अब यही मोदी-निर्मित ‘मेगा’ भारत के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है।
खरगे का तीखा बयान – किसानों और एमएसएमई पर खतरा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी के “प्रिय मित्र” डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले से सिर्फ 10 क्षेत्रों में ही भारत को करीब 2.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
खरगे ने कहा, “मोदी सरकार ने इस असर को कम करने और किसानों की रक्षा करने के लिए कुछ नहीं किया। आपके प्रिय मित्र ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है। इससे सबसे बड़ा झटका कपास उत्पादक किसानों और निर्यात आधारित उद्योगों को लगेगा।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इन टैरिफ से भारत की जीडीपी का लगभग 1% प्रभावित होगा, जबकि इसका फायदा चीन को मिलेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इससे छोटे और मझोले उद्योगों (एमएसएमई) में बड़े पैमाने पर नौकरियां जा सकती हैं।
अमेरिका का फैसला और भारत की चुनौती
अमेरिका ने यह कदम रूस से कच्चा तेल खरीदने के कारण उठाया है। सात अगस्त को राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत सहित 70 देशों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। भारत पर 25% टैरिफ उसी दिन लागू हो गया था और अब बुधवार से यह बढ़कर कुल 50% हो गया है।
अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने अपने मसौदा आदेश में कहा था कि यह बढ़ा हुआ शुल्क उन भारतीय उत्पादों पर लगेगा, जो 27 अगस्त, 2025 से अमेरिका में बिक्री के लिए आयात होंगे।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत किसानों, पशुपालकों और लघु उद्योगों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने स्वीकार किया कि टैरिफ के कारण दबाव बढ़ेगा, लेकिन सरकार उसके लिए तैयार है और उसका सामना करेगी।