Sunday, December 22, 2024

Top 5 This Week

Related Posts

अमेरिका-भारत के बीच ‘मेगा डील’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ‘‘बेहद सार्थक’’ बैठक की और इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया।  राष्ट्रपति बाइडन ने शनिवार को डेलावेयर के ग्रीनविले स्थित अपने आवास पर उनका स्वागत किया। इस मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। दोनों देशों के बीच हुई इस द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं। भारत अमेरिका के बीच  ड्रोन और लड़ाकू विमान की खरीद को लेकर एक बडा करार हुआ है। भारत अमेरिका से 31 जनरल एटॉमिक्स एमक्यू-9बी (16 स्काई गार्डियन और 15 सी गार्डियन) ड्रोन की खरीदने जा रहा है। अमेरिका ने फरवरी में भारतीय सेना को 3.99 अरब डॉलर की अनुमानित कीमत पर 31 एमक्यू-9बी ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दी थी। इन 31 ड्रोन में से, भारतीय नौसेना को 15 सी गार्डियन ड्रोन, भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना को आठ स्काई गार्जियन ड्रोन मिलेंगे। ये ड्रोन भारत के सशस्त्र बलों की खुफिया, निगरानी और टोही क्षमताओं को एक नए स्तर पर ले जाएंगे। इसके अलावा भारत और अमेरिका के बीच लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के संयुक्त समझौते पर भी बातचीत हुई है। यह डील सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान के लिए एमआरओ सुविधा स्थापित करने के लिए हुआ है। जो वैश्विक मिशन में भारत के लिए बड़ा मददगार साबित होने वाला है। यह रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में अमेरिका-भारत सहयोग में एक महत्वपूर्ण कदम है।

राष्ट्रपति बाइडन ने सभी विमानों और विमान इंजनों के पार्ट्स सहित रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) क्षेत्र पर 5 प्रतिशत की एक समान वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) निर्धारित करने के भारत के फैसले का स्वागत किया। जिससे भारत में एमआरओ सेवाओं के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा। बता दें कि कई अमेरिकी विमानन कंपनियां मानव रहित यान की मरम्मत की सुविधा भारत में विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहती है

भारत और अमेरिका के बीच सेमीकंडक्टर के निर्माण को लेकर एक बड़ी डील हुई है। दोनों देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एडवांस सेंसिंग, संचार और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स पर केंद्रित एक नया सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण व्यवस्था की प्रशंसा की है। यह प्लांट कोलकाता में स्थापित होगा।  पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से भारत को सेमी, थर्डटेक और यूएस स्पेस फोर्स के बीच रणनीतिक टेक साझेदारी से सक्षम किया जाएगा।

Popular Articles