Thursday, July 31, 2025

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अमेरिका-चीन में व्यापार वार्ता के बीच ताइवान का फैसला, राष्ट्रपति लाई की USA से गुजरने की योजना रद्द

अमेरिका-चीन में चल रही व्यापार वार्ता के बीच ताइवान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। ताइवान ने अपने राष्ट्रपति लाई चिंग ते की लैटिन अमेरिका जाने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका से होकर गुजरने की योजना को रद्द कर दिया है। ताइपे ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं और अमेरिका के साथ टैरिफ वार्ता सहित घरेलू मुद्दों के कारण लाई की विदेश यात्रा की कोई योजना नहीं है।

दरअसल ताइवान के राष्ट्रपति लैटिन अमेरिका के पराग्वे, ग्वाटेमाला और बेलिज के दौरे पर जाने वाले थे। अमेरिका ने ताइवानी राष्ट्रपति के न्यूयॉर्क में रुकने को मंजूरी नहीं दी थी। इसके बाद ताइवान ने अपने राष्ट्रपति की यात्रा रद्द कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि ताइवान के इस फैसले से चीन को एक बड़ी कूटनीतिक जीत मिलेगी।

ताइपे में राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता करेन कुओ ने कहा कि लाई की यात्रा की तत्काल कोई योजना नहीं है। दक्षिणी ताइवान में हाल ही में आए तूफान आपदा से उबरने के प्रयासों, अमेरिका-ताइवान पारस्परिक टैरिफ उपायों और क्षेत्रीय घटनाक्रमों को देखते हुए राष्ट्रपति की निकट भविष्य में विदेश यात्रा की कोई योजना नहीं है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका ने ताइपे से पारगमन को पुनः व्यवस्थित करने को कहा है, न कि न्यूयॉर्क से होकर जाने को। बताया जा रहा है कि चीन ने राष्ट्रपति ट्रंप से कहा था कि वे लाई को अमेरिका से होकर गुजरने की अनुमति न दें, क्योंकि ट्रंप चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने के लिए बेताब हैं। साथ ही इन दिनों अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता चल रही है।

व्हाइट हाउस ने कहा कि उसे इस मामले पर कुछ नहीं कहना है। विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि यह एक काल्पनिक मामला है क्योंकि ताइवान ने लाई की यात्रा की कोई योजना घोषित नहीं की है। ब्रूस ने कहा कि बहुत सारे सवाल हैं और बहुत सारी अटकलें लगाई जा रही हैं। लेकिन मैं कह सकती हूं कि यह अभी एक काल्पनिक बात है। ऐसी कोई योजना नहीं बनाई गई है।

ताइवान को सैन्य सहायता देने के लिए बाध्य है अमेरिका
अमेरिका अपने कानून के तहत ताइवान को सैन्य सहायता देने के लिए बाध्य है। ताइवान 1949 में गृहयुद्ध के दौरान चीन से अलग हो गया था। चीन अपने दक्षिण-पूर्वी तट पर इस द्वीप को संप्रभु क्षेत्र मानता है और जरूरत पड़ने पर बलपूर्वक उस पर कब्जा करने की कसम खा चुका है। हडसन इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो और ताइवान के विधान युआन के पूर्व विधायक जेसन ह्सू ने कहा कि ताइवान हमेशा पारगमन के मामले में अमेरिका से परामर्श करता है।

हवाई और गुआम में रुके थे ताइवान के राष्ट्रपति
ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग ते ने पिछले नवंबर में अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान हवाई और गुआम में रुककर अमेरिकी राजनेताओं का स्वागत किया था। पिछले ताइवानी राष्ट्रपतियों और पिछले अमेरिकी प्रशासनों के दौरान इस तरह की यात्राएं आम बात थीं। सूत्रों ने कहा कि चीन लाई को एक अपवाद मानता है क्योंकि वह उन्हें ताइवान की स्वतंत्रता की मांग में ज्यादा आक्रामक मानता है। अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो जैक कूपर ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने बीजिंग के साथ वार्ता में ताइवान का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी है।

 

डेमोक्रेट सांसद बोले- चीन के आगे झुक रहे ट्रंप
सदन की विदेश मामलों की समिति के डेमोक्रेट सदस्यों ने मंगलवार को कहा कि ट्रंप चीन के आगे झुक रहे हैं। इलिनोइस के प्रतिनिधि राजा कृष्णमूर्ति ने इसे व्यापार समझौते की उम्मीद में ट्रंप प्रशासन द्वारा चीन के आगे झुकने का एक और उदाहरण बताया। दोनों दलों के राष्ट्रपतियों ने अतीत में ताइवान के अधिकारियों को अमेरिका से होकर गुजरने की अनुमति दी है, और अब भी इसमें कोई अंतर नहीं होना चाहिए।

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