Monday, July 7, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

अमेरिका-ईरान में तनाव खत्म करने की कोशिश शुरू

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद पर्दे के पीछे से कई गतिविधियां जारी हैं। अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप के करीबी अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत से मुलाकात की है। दोनों की मुलाकात को अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव को खत्म करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार एलन मस्क और ईरानी राजदूत की मुलाकात से वाकिफ ईरानी अधिकारियों ने इसे सकारात्मक बताया। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों की मुलाकात सोमवार को एक अज्ञात जगह पर हुई और दोनों के बीच एक घंटे से ज्यादा समय तक बातचीत हुई। हालांकि न तो ट्रंप की टीम के सदस्यों ने या फिर ईरान के दूतावास ने इस मुलाकात की पुष्टि की है।

अमेरिका की एक अपीलीय अदालत ने गुरुवार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ी राहत देते हुए उनके खिलाफ चल रहे गोपनीय दस्तावेज के मामले पर रोक लगाने की मंजूरी दे दी। साल 2020 में चुनाव हारने के बाद व्हाइट हाउस छोड़ते हुए ट्रंप पर गोपनीय दस्तावेजों से छेड़छाड़ का आरोप लगा था। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नियुक्त डिस्ट्रिक्ट जज एलीन कैनन ने जुलाई में ही इस मामले को खारिज कर दिया था। अदालत ने कहा था कि इस मामले के विशेष वकील जैक स्मिथ की गलत तरीके से नियुक्ति की गई है।

इस पर जैक स्मिथ ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के फैसले के खिलाफ कोर्ट ऑफ अपील्स में याचिका दायर की, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद अब स्मिथ ने कार्यवाही को रोकने की अपील की। संघीय न्यायाधीश ने पिछले सप्ताह स्मिथ द्वारा 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने की साजिश रचने के लिए ट्रम्प के खिलाफ मामले को रोकने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी न्याय विभाग की मौजूदा राष्ट्रपति पर मुकदमा न चलाने की लंबे समय से नीति चली आ रही है। ट्रम्प पर संयुक्त राज्य अमेरिका को धोखा देने की साजिश रचने और एक आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश रचने का आरोप था। डोनाल्ड ट्रम्प पर ‘राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को जानबूझकर अपने पास रखने’ के 31 मामले चल रहे थे, जिनमें से प्रत्येक के लिए 10 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है। उन पर न्याय में बाधा डालने और झूठे बयान देने की साजिश रचने के भी आरोप भी लगे। उन्हें मई में न्यूयॉर्क में 2016 के चुनाव की पूर्व संध्या पर पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को कथित 2006 के यौन संबंध का खुलासा करने से रोकने के लिए पैसे देने के लिए व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के मामले में दोषी भी ठहराया गया था। इस मामले में 19 नवंबर को सजा का एलान हो सकता है।

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्जिया के पूर्व कांग्रेसमैन डग कॉलिन्स को यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ वेटरन्स अफेयर्स के लिए सचिव के रूप में नामित किया है।

डग कोलिन्स को नामित करते हुए ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि उनके नाम का एलान करते हुए मुझे खुशी हो रही है। डग खुद एक वेटरन हैं। वे यूनाइटेड स्टेट्स एयर फोर्स रिजर्व कमांड में पादरी के रूप में हमारे देश की सेवा करते हैं। वे और इराक युद्ध में हमारे देश के लिए लड़े थे। हमें सेना में अपने बहादुर पुरुषों और महिलाओं का ख्याल रखना चाहिए, और डग हमारे सक्रिय ड्यूटी सर्विसमेम्बर्स, वेटरन्स और सैन्य परिवारों के लिए एक अच्छे वकील साबित होंगे। जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें वह समर्थन मिले जिसकी उन्हें जरूरत है। वहीं, कोलिन्स ने भी अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट करके निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस पद को पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। हमारे नायक सर्वोत्तम देखभाल और समर्थन के पात्र हैं। हम वीए में नियमों को सुव्यवस्थित करने और उनमें कटौती करने, भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने और यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास करेंगे कि सभी को उनके द्वारा अर्जित लाभ मिले। इसके साथ ही हम वीए को उन लोगों के लिए काम करने लायक बनाएंगे जिन्होंने हमारे लिए लड़ाई लड़ी। हमारे दिग्गजों की मदद करने और उन्हें विश्व स्तरीय देखभाल देने का समय आ गया है जिसके वे हकदार हैं।

डग कॉलिन्स को ट्रंप का कट्टर समर्थक माना जाता है और जब ट्रंप के पिछले कार्यकाल में उनके खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई की गई थी, उस वक्त भी कॉलिन्स ने खुलकर ट्रंप का समर्थन किया था। ट्रंप प्रशासन के कई अन्य नेताओं की तरह कॉलिन्स की भी सैन्य पृष्ठभूमि रही है और वे अमेरिकी नौसेना और वायु सेना रिजर्व में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह साल 2008 में इराक में भी तैनात रहे। सेना से रिटायरमेंट के बाद राजनीतिक जीवन में भी उनका लंबा अनुभव है। वे चार बार जॉर्जिया से अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा के लिए चुने जा चुके हैं। वे न्यायिक समिति के सदस्य भी रह चुके हैं और अपनी इस भूमिका में उन्होंने रूसी हस्तक्षेप के मामले में ट्रंप का खूब बचाव किया था। कॉलिन्स जॉर्जिया की विधानसभा में भी सदन के नेता रह चुके हैं।

Popular Articles