नेपाली सशस्त्र पुलिस बल (आर्मड पुलिस फोर्स/एपीएफ) और भारतीय सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) साल में दो बार सीमा सुरक्षा प्रमुख स्तर की द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने पर सहमत हो गए हैं। दोनों देशों के सीमा सुरक्षा प्रमुखों की 8वीं ‘सीमा सुरक्षा समन्वय बैठक’ शनिवार से राजधानी काठमांडो स्थित सशस्त्र पुलिस मुख्यालय में शुरू हुई।
बैठक में दोनों पक्षों ने आतंकवाद, अवैध हथियार, नशीली दवाओं के व्यापार, सीमा शुल्क चोरी और तस्करी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए संयुक्त सीमा गश्त, प्रशिक्षण और सूचना आदान–प्रदान पर जोर दिया। नेपाल की ओर से सशस्त्र पुलिस महानिरीक्षक राजू अर्याल के नेतृत्व में गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सशस्त्र पुलिस, नेपाल पुलिस, राष्ट्रीय अनुसंधान विभाग और सर्वेयर विभाग के अधिकारी, जबकि भारत की तरफ से सशस्त्र बलों के महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद के नेतृत्व में भारतीय गृह, विदेश और अन्य एजेंसियों के अधिकारी भाग ले रहे हैं।बैठक में दोनों देशों की ओर से चर्चा के लिए 11 साझा एजेंडे तय किए गए हैं। इसी एजेंडे के तहत सुरक्षा प्रमुख स्तर की बैठक साल में एक बार होती है, लेकिन अब से यह दो बार होगी। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, बैठक में चर्चा किए गए मुद्दों को लागू करने के लिए दोनों पक्ष सोमवार को एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले हैं।
बता दें कि नेपाल और भारत के बीच करीब 1880 किलोमीटर लंबी खुली सीमा है। इसमें नेपाल सरकार की ओर से सशस्त्र पुलिस की 244 इकाइयां सीमा क्षेत्र पर तैनात हैं। भारत की ओर से 400 से ज्यादा टुकडियां नेपाल की ओर सीमा पर तैनात की गई हैं।