काबुल: अफगानिस्तान में गुरुवार को धरती लगातार कांपती रही। महज नौ घंटे के भीतर पांच बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर अलग-अलग रही, जिनमें सबसे तेज झटका 5.8 तीव्रता का दर्ज किया गया।
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में रहा, जहां पहले से ही भूगर्भीय हलचलें आम हैं। लगातार झटकों से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बन गया। कई इलाकों में लोग घरों और इमारतों से बाहर निकलकर खुले मैदानों में आ गए।
अधिकारियों के मुताबिक, अब तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि, दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों से सूचनाएं आने में वक्त लग सकता है। इस कारण राहत एजेंसियों और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैं और प्रभावित इलाकों का जायजा ले रही हैं।
अफगानिस्तान भूकंपीय दृष्टि से बेहद संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। हिंदूकुश पर्वतीय इलाका अक्सर भूकंप की जद में रहता है। बीते वर्षों में कई बार आए भूकंप ने यहां बड़ी तबाही मचाई है, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों बेघर हुए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार झटके आने का मतलब है कि भूगर्भीय प्लेटों में काफी हलचल जारी है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की जरूरत है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। वहीं, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भी स्थिति पर नजर रखने और जरूरत पड़ने पर मदद मुहैया कराने की बात कही है।