काबुल। भूकंप से जूझ रहे अफगानिस्तान में एक बार फिर धरती कांप उठी। शुक्रवार सुबह 4.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसने लोगों में दहशत फैला दी। स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 6 बजकर 10 मिनट पर आए इस झटके के कारण कई लोग घरों से बाहर निकल आए। राहत की बात यह रही कि अब तक किसी तरह के बड़े नुकसान या जनहानि की खबर नहीं है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के उत्तर-पूर्वी हिस्से में रहा। झटके पड़ोसी इलाकों तक महसूस किए गए। लोगों का कहना है कि झटके इतने तेज थे कि खिड़कियां और दरवाजे जोर-जोर से हिलने लगे।
गौरतलब है कि बीती रात भी अफगानिस्तान के कई हिस्सों में भूकंप के झटके दर्ज किए गए थे। लगातार आ रहे भूकंपों ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कई इलाकों में लोग घरों के भीतर जाने से हिचक रहे हैं और खुले मैदानों में समय बिता रहे हैं।
अफगानिस्तान पिछले एक साल से भूकंपीय गतिविधियों से लगातार प्रभावित हो रहा है। हाल ही में आए भीषण भूकंपों में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अफगानिस्तान भूकंपीय दृष्टि से बेहद संवेदनशील क्षेत्र में आता है, जहाँ हिंदुकुश पर्वत श्रृंखला की भूगर्भीय हलचल अक्सर बड़े झटकों का कारण बनती है।
सरकारी एजेंसियों और राहत संगठनों को अलर्ट पर रखा गया है। फिलहाल प्रभावित इलाकों से जानमाल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है।