पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत से बातचीत के माध्यम से कश्मीर मुद्दे को हल करने का आग्रह किया है। बावजूद इसके पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आता है। पीएम शरीफ इस दौरान यह बताना नहीं भूले कि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है। बता दें कि भारत सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के साथ ही अनुच्छेद 35ए को भी निरस्त कर दिया था। अनुच्छेद 370 निरस्त हुए पांच साल पूरे हो चुके हैं। पाकिस्तान ने 2020 में पांच अगस्त को ‘यौम-ए-इस्तेहसाल’ के रूप में नामित किया और भारत की कार्रवाई पर हर साल इस दिन विरोध दिवस मनाता है। इस मौके पर प्रधानमंत्री शरीफ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में विधायकों को टेलीविजन के जरिए संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पीएम शहबाज ने कहा, भारत को दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और सुरक्षा के हित में विवाद से इन्कार करने के बजाय विवाद के समाधान की ओर बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है और यह उसकी रक्षा का हिस्सा है। हालांकि, पाकिस्तान ने अपनी परमाणु शक्ति को लेकर कभी भी आक्रामकता के बारे में नहीं सोचा। इसलिए, बेहतर विकल्प यह है कि शांतिपूर्ण रास्ता अपनाया जाए और साथ बैठकर कश्मीर विवाद का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाए।
भारत लगातार कहता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी जैसे संबंध चाहता है। भारत इस बात पर जोर देता रहा है कि इस प्रकार के संबंध के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है।