भूख और प्यास से आकुल गाजा पर मंगलवार को भी इजरायली हमले जारी रहे। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है जिसमें कहा गया है कि अगर युद्धग्रस्त क्षेत्र में और जल्द से जल्द खाद्य सहायता नहीं पहुंची तो 48 घंटों के भीतर गाजा में 14,000 बच्चे मर सकते हैं।
हालांकि सहयोगी देशों के दबाव में सोमवार को इजरायल ने दो मार्च से जारी रोक खत्म कर गाजा में खाद्य सामग्री, पेयजल और दवाइयों के नौ ट्रकों को जाने दिया जबकि वहां की प्रतिदिन की जरूरत करीब 500 ट्रक सामग्री की है। ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा ने गाजा की स्थिति पर गहरा असंतोष व्यक्त किया है और इजरायल से गाजा में अविलंब पर्याप्त मानवीय सहायता भेजने के लिए कहा है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर ने कहा कि सोमवार को केवल पांच ट्रक मानवीय सहायता लेकर गाजा पहुंचे, जिसमें बच्चों के लिए भोजन भी शामिल था, इजरायल द्वारा कई सप्ताह तक की गई पूरी नाकाबंदी के बाद यह मानवीय सहायता बेहद कम है। उन्होंने कहा कि सहायता अभी भी जरूरतमंद समुदायों तक नहीं पहुंची है।
बीबीसी के रेडियो 4 से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगले 48 घंटों में 14,000 बच्चे मर जाएंगे, अगर हम उन तक नहीं पहुंच पाए…हम उन माताओं तक शिशु आहार पहुंचाने के लिए हर तरह का जोखिम उठाते हैं, जो अभी अपने बच्चों को नहीं खिला सकती हैं, क्योंकि वे कुपोषित हैं।
जब उनसे पूछा गया कि संयुक्त राष्ट्र ने कैसे पता लगाया कि गाजा में 14,000 शिशु भुखमरी के जोखिम में हैं, तो फ्लेचर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की टीमें जरूरत का आकलन करने के लिए चिकित्सा केंद्रों और स्कूलों जैसी जगहों पर काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे पास जमीन पर मज़बूत टीमें हैं और बेशक उनमें से कई मारे गए हैं। हमारे पास अभी भी जमीन पर बहुत से लोग हैं। वे चिकित्सा केंद्रों पर हैं, वे स्कूलों में हैं और जरूरतों का आकलन करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच खान यूनिस शहर को खाली करवाने का अभियान भी इजरायली सेना ने छेड़ दिया है। गाजा में भूख और प्यास के बीच इजरायली सेना की कार्रवाई को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने भयावह कहा है।
स्टार्मर ने संसद को बताया कि फ्रांस और कनाडा के नेताओं के साथ उन्होंने गाजा में आवश्यक सामग्री की अविलंब आपूर्ति और तत्काल युद्धविराम के लिए कहा है।
तीनों देशों के नेताओं ने चेतावनी दी है कि इजरायल ने गाजा पर हमले नहीं रोके और वहां आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पर लगी रोक नहीं हटाई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जबकि फ्रांस के विदेश मंत्री जीन नोएल बैरट ने कहा है कि फ्रांस इजरायल के साथ अपने लंबे समय के संबंधों की समीक्षा कर रहा है। इसके जवाब में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश बर्बर लोगों के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है, इसमें विजय प्राप्त होने से पहले वह नहीं रुकेगा।
विदित हो कि सात अक्टूबर, 2023 से गाजा में जारी इजरायली हमलों में अभी तक 53 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। ये हमले इजरायली शहरों पर हमास के हमले के बाद शुरू हुई थे जिनमें 1,200 लोग मारे गए थे। हमास लड़ाकों ने हमले के दौरान 250 से ज्यादा लोग अपहृत कर लिए थे जिनमें से 50 से ज्यादा अभी भी लड़ाकों की कैद में हैं।