मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड और राजस्थान में आठ सितंबर तक भारी बारिश हो सकती है। वहीं, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, असम, मेघालय, झारखंड और अंडमान एवं निकोबार में अगले दो दिन भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। वहीं, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल गुजरात, सिक्किम, बिहार और मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है। आंध्र प्रदेश में बाढ़ प्रभावित इलाकों में खाद्य एवं राहत सामग्री बांटने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। राज्य के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये दान दिया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों में खाना और पेयजल मुहैया कराने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है। नगालैंड में मंगलवार से हो रही भारी बारिश के चलते भूस्खलन से भारी तबाही हुई है। राष्ट्रीय राजमार्ग-29 पर हुई कई भूस्खलन की घटना के कारण नगालैंड की राजधानी कोहिमा और राज्य के वाणिज्यिक केंद्र दीमापुर के बीच संपर्क टूट गया है। इसमें एक महिला सहित छह लोगों की मौत हो गई है। जबकि चार से ज्यादा लोग लापता हैं।
बदरीनाथ हाईवे पर जगह–जगह भूस्खलन
मुख्यमंत्री नेफ्यो रियो ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि अधिकारी प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए घटनास्थल पर हैं। उधर, बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन होने से करीब पांच घंटे तक वाहनों के पहिये थमे रहे। इस दौरान बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब जा रहे लगभग 300 श्रद्धालु फंसे रहे। श्रद्धालुओं ने हाईवे के किनारे और वाहनों में बैठकर ही हाईवे खुलने का इंतजार किया। अधिकारियों ने बताया कि एक महिला सहित छह शवों को पेरिमा से बरामद कर लिया गया है। यहां बड़ी संख्या में मकान और वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। डिप्टी सीएम टीआर जेलियांग ने पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।