राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को देश की विविधता, संस्कृति और विकास यात्राओं से परिचित कराने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि आगामी शैक्षणिक सत्र से राज्य के एक हजार मेधावी छात्रों को ‘भारत दर्शन’ शैक्षिक भ्रमण पर भेजा जाएगा। यह कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों के ज्ञान का विस्तार करेगा, बल्कि उन्हें देश के विभिन्न क्षेत्रों की सामाजिक, ऐतिहासिक और तकनीकी उपलब्धियों को नजदीक से समझने का अवसर भी देगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि चयनित छात्रों को देश के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों, वैज्ञानिक संस्थानों, सांस्कृतिक केंद्रों और राष्ट्रीय स्मारकों का भ्रमण कराया जाएगा। इस यात्रा के दौरान छात्र विशेषज्ञों से संवाद कर सकेंगे और उन विषयों पर व्यावहारिक जानकारी प्राप्त करेंगे, जिनके बारे में वे अब तक केवल पाठ्य पुस्तकों में पढ़ते आए हैं। मंत्री ने बताया कि सरकार का उद्देश्य विद्यार्थियों में राष्ट्रीय चेतना, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और ज्ञान की जिज्ञासा को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम की तैयारी को लेकर शिक्षा विभाग ने स्कूलों और महाविद्यालयों से मेधावी छात्रों की सूची मांगना शुरू कर दिया है। चयन प्रक्रिया पारदर्शी होगी और इसमें विभिन्न विषयों के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही यात्रा के दौरान सुरक्षा, रहने-खाने की व्यवस्था और मेडिकल सुविधाओं के लिए भी विस्तृत योजना तैयार की जा रही है।
शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि ‘भारत दर्शन’ कार्यक्रम राज्य के युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ाएगा और उन्हें देश के विकास मॉडल को समझने में मदद करेगा। इस पहल को राज्य की शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण सुधार के रूप में देखा जा रहा है, जो छात्रों को कक्षा से बाहर वास्तविक अनुभव प्रदान करेगा और भविष्य के लिए उनकी दृष्टि को व्यापक बनाएगा।





