वॉशिंगटन/बीजिंग।
अमेरिका और चीन के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के बीच कूटनीतिक मोर्चे पर हलचल तेज हो गई है। संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात इस साल अक्तूबर में हो सकती है। सूत्रों का कहना है कि इस संभावित बैठक के लिए प्रारंभिक स्तर पर बातचीत शुरू हो चुकी है और दोनों देशों के अधिकारी संभावित एजेंडे पर काम कर रहे हैं।
कूटनीतिक सूत्रों के मुताबिक, मुलाकात का स्थान अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन इसकी संभावना है कि यह किसी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के इतर हो। माना जा रहा है कि व्यापारिक तनाव, प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा, ताइवान मुद्दा और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा परिदृश्य इस मुलाकात के मुख्य बिंदु हो सकते हैं।
इसी बीच, ट्रंप अक्तूबर में दक्षिण कोरिया की आधिकारिक यात्रा की तैयारी कर रहे हैं। व्हाइट हाउस अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि इस यात्रा का उद्देश्य कोरियाई प्रायद्वीप में सुरक्षा सहयोग को मजबूत करना और उत्तर कोरिया के साथ उत्पन्न हालिया तनाव पर चर्चा करना होगा। विश्लेषकों का मानना है कि सियोल यात्रा के दौरान ट्रंप क्षेत्रीय सहयोगियों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश करेंगे कि अमेरिका एशिया-प्रशांत में अपनी रणनीतिक प्रतिबद्धताओं को लेकर गंभीर है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ट्रंप-जिनपिंग मुलाकात होती है तो यह वैश्विक राजनीति के लिहाज से अहम होगी। मौजूदा समय में अमेरिका-चीन रिश्ते कई मोर्चों पर तनावपूर्ण बने हुए हैं और दोनों देशों की सीधी बातचीत से समाधान की उम्मीद जग सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का यह भी मानना है कि ट्रंप की दक्षिण कोरिया यात्रा और जिनपिंग से संभावित मुलाकात, दोनों ही घटनाएं एशिया में शक्ति संतुलन और वैश्विक रणनीति पर गहरा असर डालेंगी। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि अक्तूबर में यह मुलाकात वास्तव में होती है या नहीं।