Subscribe Now

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.

खबरनामा

केदारनाथ यात्रा 2025: दूसरे चरण में रफ्तार पर तीर्थयात्रा, 17 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा के दर्शन

गोपेश्वर/रुद्रप्रयाग। बरसात के मौसम के बाद अब केदारनाथ धाम की...

देवभूमि

कुमाऊं : कैसे हुआ नामकरण

इस प्रान्त का नाम कुर्मांचल या कुमाऊं होने के...

रामगंगा नदी घाटी में दबा है ऐतिहासिक शहर! फिर दुनिया के सामने लाने को ASI ने कसी कमर

अल्मोड़ा. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा...

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा यात्रा...

व्यक्तितव

वीर सिपाही शहीद केसरी चंद

उत्तराखंड देव भूमि के साथ वीरों की भी भूमि...

डॉ. यशवंत सिंह कठोच

डॉ. यशवंत सिंह कठोच का नाम वैसे तो उत्तराखंड...

सुमित्रानंदन पंत

अमिताभ बच्चन को उनका नाम दिया था कवि सुमित्रानंदन...

Bachendri Pal

Bachendri Pal, (born May 24, 1954, Nakuri, India), Indian...

The World of Raghu Rai: His Photography & Life

It was a picture of a donkey that started...

ताना-बाना

उत्तराखंड में हुए एक सीक्रेट मिशन का खतरा आज भी बरकरार

बात 1965 की है,  जब वियतनाम युद्ध तेज हो रहा...

पनीर ने रोका पलायन : रौतू कीबेली गाँव

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बसे गाँवों में रोज़गार...

Company

खबरनामा

केदारनाथ यात्रा 2025: दूसरे चरण में रफ्तार पर तीर्थयात्रा, 17 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा के दर्शन

गोपेश्वर/रुद्रप्रयाग। बरसात के मौसम के बाद अब केदारनाथ धाम की...

देवभूमि

कुमाऊं : कैसे हुआ नामकरण

इस प्रान्त का नाम कुर्मांचल या कुमाऊं होने के...

रामगंगा नदी घाटी में दबा है ऐतिहासिक शहर! फिर दुनिया के सामने लाने को ASI ने कसी कमर

अल्मोड़ा. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा...

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा

नंदा देवी जात यात्रा – देवभूमि की अमृत धारा यात्रा...

व्यक्तितव

वीर सिपाही शहीद केसरी चंद

उत्तराखंड देव भूमि के साथ वीरों की भी भूमि...

डॉ. यशवंत सिंह कठोच

डॉ. यशवंत सिंह कठोच का नाम वैसे तो उत्तराखंड...

सुमित्रानंदन पंत

अमिताभ बच्चन को उनका नाम दिया था कवि सुमित्रानंदन...

Bachendri Pal

Bachendri Pal, (born May 24, 1954, Nakuri, India), Indian...

The World of Raghu Rai: His Photography & Life

It was a picture of a donkey that started...

ताना-बाना

उत्तराखंड में हुए एक सीक्रेट मिशन का खतरा आज भी बरकरार

बात 1965 की है,  जब वियतनाम युद्ध तेज हो रहा...

पनीर ने रोका पलायन : रौतू कीबेली गाँव

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बसे गाँवों में रोज़गार...

Company

Subscribe Now

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.

Subscribe to newsletter


सांध्य दैनिक

UrbanObserver

Wednesday, October 15, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

होली पर उत्तर पश्चिम मैदानी इलाकों में बारिश, पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार

उत्तर पश्चिम भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में होली के दिन शुक्रवार को लोगों को रंग और गुलाल ही तरबतर नहीं करेंगे, बल्कि आसमान से बरसने वाली बौछारें भी भिगोएंगी। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की चोटियों पर बारिश के साथ भारी हिमपात होने की संभावना है। वहीं, गुजरात से लेकर पश्चिम बंगाल और झारखंड से लेकर ओडिशा तक अगले चार दिनों के दौरान पारा चढ़ेगा और कुछ जगहों पर लू भी चल सकती है। हालांकि, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिनों तक तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, 14 मार्च को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत के राज्यों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और चोटियों पर बर्फबारी होने की संभावना है। देश के बाकी हिस्सों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। बुधवार को राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7.7 डिग्री अधिक है। एक दिन पहले जोधपुर, चित्तौड़गढ़, सिरोही, डूंगरपुर और पाली में भी अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।मौसम विभाग ने कहा कि 13 मार्च को गुजरात भीषण गर्मी के साथ लू चलने की संभावना है। 13 और 14 मार्च को विदर्भ में, 13-16 मार्च के दौरान ओडिशा में; 14-16 तारीख के दौरान झारखंड में और 16 मार्च को गंगीय पश्चिम बंगाल में भीषण गर्मी पड़ने और अलग-अलग स्थानों पर लू चलने संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 48 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की उम्मीद नहीं है। उसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है।
हिमाचल प्रदेश के रोहतांग सहित ऊंची चोटियों पर बुधवार को बर्फबारी हुई। चंबा और लाहौल घाटी में हिमखंड गिरे, जिससे सड़क बंद हो गई। मनाली-केलांग हाईवे तीन पर तेलिंग नाला में हुए हिमस्खलन से हाईवे करीब दो घंटे अवरुद्ध रहा। राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण ने कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर व चंबा जिला में हिमखंड का अलर्ट जारी किया है। कुल्लू में 16, लाहौल-स्पीति में 121 सड़कें और बिजली के 27 ट्रांसफार्मर ठप हैं। मैदानी जिलों में धूप खिली रहने से अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पार गया।

Popular Articles