अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस के नजदीक दो परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती के आदेश पर रूसी सांसद विक्टर वोडोलात्स्की ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि रूस के पास इतनी न्यूक्लियर सबमरीन पहले से मौजूद हैं कि अमेरिका की दो पनडुब्बियों को आसानी से संभाला जा सकता है।
वोडोलात्स्की का बयान:
• “दुनिया के महासागरों में रूस की परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती अमेरिका से कहीं अधिक है।”
• “ट्रंप की जिन दो सबमरीन को भेजा गया है, वे पहले से हमारे निशाने पर हैं।”
• “अब इस पर अलग से प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं है, क्योंकि हम पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं।”
ट्रंप का तर्क:
• ट्रंप ने कहा, “हमें यह कदम सावधानी के तौर पर उठाना पड़ा।”
• “हमें धमकी दी गई थी, और हमने महसूस किया कि यह स्थिति उचित नहीं है।”
• “मैं यह अपने लोगों की सुरक्षा के लिए कर रहा हूं। जब परमाणु शक्ति की बात होती है, तो हमें हरसंभव तैयारी रखनी होती है।”
पृष्ठभूमि: ट्रंप-मेदवेदेव जुबानी जंग
• ट्रंप ने दिमित्री मेदवेदेव को “नाकाम पूर्व रूसी राष्ट्रपति” कहा था।
• जवाब में मेदवेदेव ने कहा, “ट्रंप रूस के साथ अल्टीमेटम गेम खेल रहे हैं, जबकि रूस न तो ईरान है और न ही इस्राइल।”
• “हर नया अल्टीमेटम युद्ध के करीब ले जाने वाला कदम होता है।”
सामरिक तनाव का संकेत:
यह पूरा घटनाक्रम न केवल अमेरिका-रूस के बीच सुरक्षा और सैन्य तनाव को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि ट्रंप प्रशासन की विदेश नीति कितनी आक्रामक हो सकती है। वहीं, रूस की प्रतिक्रिया दर्शाती है कि वह सीधा मुकाबला करने को तैयार है।
हम अमेरिकी परमाणु पनडुब्बी को संभालने में सक्षम हैं” — रूसी सांसद का ट्रंप को करारा जवाब
