हमास और इस्राइल बीते आठ महीने से जंग लड़ रहे हैं। इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। गाजा में पैदा हुई मानवीय परिस्थितियों को लेकर दुनिया भर के लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अमेरिका भी अपने दोस्त की मदद लगातार कर रहा है। हालांकि, अब इस दोस्ती में दरार आती दिख रही है। दरअसल, इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वॉशिंगटन द्वारा भेजे जाने वाले हथियारों को लेकर कुछ ऐसा कह दिया, जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन परेशान हो गए। अमेरिकी हथियारों की इस्राइली प्रधानमंत्री द्वारा आलोचना किए जाने पर बाइडन प्रशासन और नेतन्याहू के बीच इस सप्ताह नया तनाव सामने आया है। व्हाइट हाउस ने गुरुवार को टिप्पणियों को परेशान और निराशाजनक बताया। पूरे मामले की शुरुआत तब हुई, जब नेतन्याहू ने इस सप्ताह की शुरुआत में सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर दावा किया कि अमेरिकी प्रशासन हाल के महीनों में अपने देश से हथियार और गोला–बारूद आने से रोक रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा काउंसिल प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि यह बयान पूरी तरह से निराशाजनक करने वाला था। निश्चित तौर पर हमें परेशान करने वाली हैं, क्योंकि हम काफी समर्थन कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमास से मिल रही धमकियों के कारण कोई और देश इस्राइल की मदद को आगे भी नहीं आ रहे हैं। इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन–पियरे ने कहा कि हम सच में नहीं जानते कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। युद्ध सामग्री के एक विशेष शिपमेंट को छोड़कर कोई और विराम नहीं लगाया गया है। बता दें, वह दो हजार पाउंड के बमों के भेजने का जिक्र कर रही थीं। उनका कहना था कि बड़ी आबादी को खतरा देखते हुए इसे समीक्षा में रखा गया है।