भारत और चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से जुड़े सवालों पर एक ब्रीफिंग में सीनियर कर्नल वू कियान ने कहा कि चीनी सेना सीमा मुद्दे पर निष्पक्ष और न्यायपूर्ण समाधान को लागू करने के लिए भारतीय समकक्षों के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। चीनी सेना अच्छे सैन्य रिश्ते रखने के सुंदर दृष्टिकोण में अपनी बुद्धि और शक्ति का योगदान देना चाहेगी। कर्नल वू कियान ने बृहस्पतिवार को कहा, चीन भारत के साथ सैन्य संबंधों को सुधारने के साथ उन्हें मजबूत करने का भी इच्छुक है। चीन की सेना भी ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) के बीच सहयोग तथा सैन्य संबंध को सुदृढ़ बनाने में योगदान देना चाहेगी। दोनों देशों के बीच सहयोग हाल ही में चीन में एक प्रमुख विषय बन गया है। बता दें कि दोनों देशों ने पिछले साल अक्तूबर में पूर्वी लद्दाख से लगती एलएसी से सैनिकों को पीछे हटाने के लिए समझौता किया था। इसके बाद चार साल से अधिक समय से संबंधों में आया गतिरोध भी समाप्त हो गया था।बता दें कि विगत 25 मार्च को भारत और चीन के कूटनीतिक अधिकारियों ने आपसी संबंधों को बेहतर बनाने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने पर विचार-विमर्श किया। यह बैठक दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण मौका थी, जिसमें एलएसी पर तनाव को कम करने और भविष्य में ऐसे वार्तालापों को और मजबूत करने पर चर्चा की गई। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों के बीच हुई यह वार्ता एक सकारात्मक दिशा में बढ़ी है, और अगले दौर की वार्ता के लिए तैयारियों को लेकर दोनों पक्षों ने मिलकर कदम उठाने पर सहमति जताई है।