भारतीय जनता पार्टी की तमिलनाडु इकाई ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को जन्मदिन पर चीनी भाषा में बधाई दी, जिससे सवाल उठते हैं कि क्या यह एक नई राजनीतिक गतिविधि का संकेत है? यह अजीब सी घटना उन्हें चीन के प्रति अधिक खुले और स्नेहपूर्ण बनाती है, जिसकी परिणामस्वरूप राजनीतिक दायरे में नई चुनौतियों की संभावना हो सकती है। इस घटना ने विपक्षी दलों को बढ़ती चिंता के बारे में सोचने पर मजबूर किया है कि क्या इससे राजनीतिक रूप में बदलाव आएगा? भाजपा ने इसे तीखा विरोध जताया है और इसे एक राजनीतिक खेल के तौर पर देखा जा रहा है। इस अविश्वसनीय घटना से पहले पीएम स्टालिन को भारत की तरक्की को लेकर कठोर आलोचना का सामना करना पड़ा था। अब, इसरो के लॉन्च पैड का श्रेय लेने के लिए अखबार के विज्ञापन में चीन का स्टिकर चिपका रहे हैं, जो उनके विरोधकों को उनके राजनीतिक संवाद की गहरी सोच पर विचार करने पर मजबूर करता है।