मंगलवार को सीरिया की तरफ से इस्राइल पर रॉकेट दागे गए। सीरिया में बशर अल असद सरकार के पतन के बाद पहली बार हुआ, जब सीरिया से इस्राइली सीमा में हमला किया गया। इस्राइल ने भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। साथ ही इस्राइल ने धमकी दी है कि सीरिया से होने वाले किसी भी हमले के लिए अब सीरियाई राष्ट्रपति को ही जिम्मेदार माना जाएगा। हालांकि सीरियाई सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वे शांति के पक्ष में हैं।
सीरिया के पश्चिमी इलाके में स्थित दारा प्रांत की तरफ से इस्राइल के गोलन हाइट्स वाले इलाके में रॉकेट हमला किया गया था। ये रॉकेट खुले मैदान में गिरे और इनसे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ। सीरियाई मीडिया के अनुसार, रॉकेट हमले के जवाब में इस्राइल ने भी दारा में बमबारी की। इस दौरान दारा में धमाके की आवाजें सुनी गईं। मोहम्मद दइफ ब्रिगेड्स नामक संगठन ने रॉकेट हमले की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन हमास के सैन्य कमांडर रहे मोहम्मद दइफ के नाम पर बना है। मोहम्मद दइफ को इस्राइली सेना ने बीते साल एक हवाई हमले में ढेर कर दिया था। यह संगठन कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर दिखाई दिया था और इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था।
हमले के बाद इस्राइल ने सीरियाई राष्ट्रपति को धमकी दे डाली है। इस्राइली रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज ने एक बयान में कहा कि इस्राइल, सीरिया से आने वाली हर धमकी और हमले के लिए सीरियाई राष्ट्रपति को सीधे तौर पर जिम्मेदार मानेगा और जैस ही संभव होगा, करारा जवाब देगा। सीरिया से बशर अल असद सरकार के पतन के बाद से ही इस्राइल, अहमद अल शरा के नेतृत्व वाली सीरिया की नई सरकार को शक की निगाहों से देखता है। बीते दिनों इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियंत्रित बफर जोन पर कब्जा कर वहां अपनी चौकियां बना ली हैं। वहीं इस्राइल पर हमले के बाद सीरिया ने बयान जारी कर कहा कि सीरिया, इस्राइल या किसी भी अन्य देश के लिए कोई खतरा नहीं है। साथ ही सीरियाई सरकार ने इस्राइल के हमले की निंदा भी की।