केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार को रूसी सेना में जबरन शामिल किए गए भारतीय नागरिकों को देश में वापस लाने के लिए केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा, जिसमें उनसे यूक्रेन में फंसे तीन केरलवासियों – टीनू, प्रिंस और विनीत सहित कई भारतीयों को वापस लाने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया। राज्य के तीन युवक युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं, उन्हें रूसी सेना में आकर्षक नौकरी का लालच दिया गया और फिर कथित तौर पर वहां चल रहे संघर्ष में लड़ने के लिए मजबूर किया गया। सीएम ने आगे कहा कि अंचुथेंगु के युवाओं को सुरक्षाकर्मियों की नौकरी के लिए 23 जनवरी को रूस ले जाया गया था, जिसके लिए एक एजेंट को सात लाख रुपये की राशि का भुगतान किया गया था। सीएम विजयन ने कहा, ‘बेईमान एजेंट ने उन्हें धोखा दिया और उन्हें रूसी सैन्य बल में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया।’ तीनों लोगों के परिजनों के अनुसार, उन्हें 2.5 लाख रुपये के भारी वेतन का वादा करके एक भर्ती एजेंसी रूस ले गई और वहां पहुंचने पर उनके पासपोर्ट और मोबाइल फोन छीन लिए गए। उन्होंने आरोप लगाया था कि इसके बाद उन्हें यूक्रेन में रूसी सेना के लिए लड़ने के लिए मजबूर किया गया।