तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने घोषणा की है कि हैदराबाद की एक सड़क का नाम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखा जाएगा। सरकार के इस निर्णय ने राज्य की राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का कहना है कि यह कदम भारत-अमेरिका संबंधों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैदराबाद की बढ़ती पहचान का प्रतीक होगा। उन्होंने बताया कि शहर के विकास और वैश्विक निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से यह नामकरण एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है।
हालांकि, मुख्यमंत्री की इस घोषणा ने भाजपा को नाराज कर दिया है। पार्टी के नेताओं ने इस निर्णय को ‘राजनीतिक दिखावा’ बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा का आरोप है कि राज्य सरकार बाहरी नेताओं के नाम पर सड़कें रखकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है, जबकि स्थानीय नायकों और ऐतिहासिक हस्तियों को सम्मान देने की जगह नजरअंदाज किया जा रहा है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि किसी विदेशी नेता के नाम पर सड़क का नामकरण स्थानीय संवेदनाओं के अनुरूप नहीं है। उनका कहना है कि सरकार को पहले उन व्यक्तित्वों को प्राथमिकता देनी चाहिए जिन्होंने राज्य और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पार्टी ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार से निर्णय वापस लेने की मांग भी की है।
उधर, कांग्रेस और सरकार समर्थक नेताओं का तर्क है कि हैदराबाद एक वैश्विक शहर है, जहां अंतरराष्ट्रीय पहचान और निवेश लाने के लिए ऐसे प्रतीकात्मक कदम आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि सड़क का नामकरण किसी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक संबंधों और कारोबारी सहयोग को बढ़ावा देने की दृष्टि से किया गया है।
इस घोषणा के बाद पूरे राज्य की राजनीति में नई बहस छिड़ गई है। अब देखना होगा कि सरकार अपने निर्णय पर कितनी दृढ़ता से कायम रहती है और विपक्ष इस मुद्दे को आगे किस रूप में उठाता है।





