मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस जनता के करीब आए। उनसे मित्रवत व्यवहार रखे और जमीन के विवादों में लिप्त न हो। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए कि कोई पुलिसकर्मी जमीन सहित अन्य अवैध प्रकरणों में लिप्त मिले तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई हो। ये बातें उन्होंने पुलिस मुख्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय पुलिस संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा, उत्तराखंड की पहचान शांतिपूर्ण राज्य है। इसे अपराधी सुरक्षित पनाहगाह न समझें। सीएम ने पुलिस विभाग को राज्य में गैर कानूनी तौर पर रहने वाले विदेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियान चलाकर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा ऐसे घुसपैठियों को फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में सहायता करने वाले लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए। करीब तीन घंटे चली मैराथन बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक से लेकर सभी एसपी-एसएसपी तक से अपडेट लिया और कई अधिकारियों के पेच भी कसे। सीएम ने ड्रग्स माफिया के खिलाफ सख्त कार्यवाही की हिदायत दी।
पुलिस अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि राज्यवासियों का भरोसा बनाए रखना पुलिस की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। सीएम ने निर्देश दिए कि पुलिस अपनी कार्य संस्कृति में जरूरी बदलाव कर जनता से संवाद बनाए। सभी एसएसपी व एसपी को थानों में जनसुनवाई के निर्देश दिए, ताकि आम आदमी को तत्काल न्याय मिल सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल एसएसपी से कैंची धाम की पार्किंग व यातायात व्यवस्था का अपडेट लिया। अधिकारियों को कैंची धाम में अगले 10 दिन के अंदर हेलीपैड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने कहा, वे स्वयं 10 दिन बाद इस हेलीपैड में पहुंचेगे। उन्होंने कैंची धाम में पार्किंग एवं अन्य पर्यटन विकास कार्यों के प्रस्ताव तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साइबर अपराध के मामले में विलंब से एफआईआर दर्ज होने के मामलों पर सख्ती से संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से साइबर मामलों में रिपोर्ट तलब की। सीएम ने साइबर क्राइम के प्रति जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।