गाजा में राहत सामग्री वितरण के दौरान हो रहीं मौतों पर संयुक्त राष्ट्र ने इस्राइल पर बड़ा आरोप लगाया है। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि इस्राइल सामूहिक हत्याओं को बढ़ावा दे रहा है। इस्राइल को गाजा में संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता आपूर्ति फिर से शुरू करनी चाहिए। आरोप है कि पिछले एक महीने में जब से गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (जीएचएफ) ने खाने के पैकेट बांटना शुरू किया है, तब से अब तक 500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। हालांकि इस्राइल की सेना और जीएचएफ ने आरोपों से इनकार किया है।
इस्राइल के एक अखबार की रिपोर्ट में कहा गया था कि इस्राइली सैनिकों को गाजा में राहत सामग्री पाने की कोशिश कर रहे फलस्तीनियों पर गोली चलाने का आदेश मिला है। रिपोर्ट में कहा गयश कि जब लोग राहत केंद्रों की ओर जा रहे होते हैं तो उन पर फायरिंग की जाती है। इस मामले में फलस्तीन के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (यूएनडब्ल्यूआरए) के प्रमुख फिलिप लाजारिनी ने कहा कि नई सहायता वितरण प्रणाली एक हत्या का मैदान बन गई है, यहां लोगों को भोजन प्राप्त करने का प्रयास करते समय गोली मार दी जाती है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि इस घृणित कार्य को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अन्य स्थानों से मानवीय सहायता प्रदान कर समाप्त किया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि लोग केवल अपना और अपने परिवार का पेट भरने की कोशिश में मारे जा रहे हैं। भोजन की खोज कभी भी मौत की सजा नहीं होनी चाहिए। वहीं चिकित्सा चैरिटी संस्था डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (एमएसएफ) ने जीएचएफ राहत प्रयास को मानवीय सहायता के नाम पर नरसंहार कहा।
इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र के आरोपों और मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया है। पीएम नेतन्याहू ने इस रिपोर्ट की निंदा करते हुए इसे दुर्भावनापूर्ण और झूठा बताया। नेतन्याहू ने कहा कि इस प्रकार की रिपोर्ट इस्राइली सेना को बदनाम करने के लिए फैलाया जा रहा है।