सर्बिया में राष्ट्रपति अलेक्सांदर वूचिच की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन एक बार फिर तेज हो गया है। राजधानी बेलग्रेड सहित कई शहरों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। ये प्रदर्शन पिछले वर्ष हुए भीषण रेलवे हादसे की बरसी पर आयोजित किए गए, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर हादसे की जिम्मेदारी तय न करने और रेल सुरक्षा में सुधार न लाने का आरोप लगाया। वे “न्याय दो” और “वूचिच इस्तीफा दो” जैसे नारे लगाते हुए बेलग्रेड के मुख्य चौक तक मार्च करते देखे गए। कई जगहों पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, जिसके चलते हल्का तनाव भी उत्पन्न हुआ।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शन की शुरुआत शांति मार्च के रूप में हुई थी, लेकिन बाद में यह सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गई। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि एक साल बीत जाने के बावजूद हादसे के दोषियों को सजा नहीं मिली है, जबकि पीड़ित परिवार अब भी न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
विपक्षी दलों और नागरिक संगठनों ने राष्ट्रपति वूचिच पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही से दूर भाग रही है। विपक्षी नेताओं ने कहा कि सरकार हादसे की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं कर रही और भ्रष्टाचार के मामलों को दबाने की कोशिश कर रही है।
राष्ट्रपति वूचिच ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार ने रेलवे नेटवर्क में सुधार के लिए बड़े पैमाने पर कदम उठाए हैं। उन्होंने प्रदर्शन को “राजनीतिक साज़िश” बताया और कहा कि विपक्ष जनता की भावनाओं का दुरुपयोग कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सर्बिया में बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है और सरकार से अपील की है कि वह प्रदर्शनकारियों की शिकायतों को गंभीरता से सुने। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि रेलवे हादसे की बरसी पर शुरू हुआ यह आंदोलन अब सत्ता-विरोधी लहर का रूप ले सकता है, जिससे वूचिच सरकार पर दबाव और बढ़ेगा।
सर्बिया में राष्ट्रपति वूचिच के खिलाफ प्रदर्शन तेज, रेलवे हादसे की बरसी पर भड़का विरोध





