अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होकर RSS प्रमुख मोहन भागवत भावुक नजर आए। उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि “मंदिर हमारे सपनों से भी अधिक सुंदर बना है और यह भारतीय संस्कृति का अद्भुत उदाहरण है।”
भागवत ने कहा कि आज करोड़ों लोगों की आस्था मूर्त रूप में प्रकट हुई है और सनातन धर्म की ध्वजा को विश्व के शिखर तक ले जाना अब हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने मंदिर निर्माण से जुड़े सभी संतों, समाजसेवियों और कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी तथा कहा कि “जिस राम ध्वज ने कभी संपूर्ण विश्व को सुख और शांति प्रदान की थी, उसे पुनः शिखर पर स्थापित होते देखना सौभाग्य की घड़ी है।”
उन्होंने इस अवसर को “आत्मगौरव और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की सच्ची स्वतंत्रता का क्षण” बताया और कामना की कि भारत शीघ्र ही पुनः विश्वगुरु के रूप में प्रतिष्ठित हो।





