तेल टैंकरों पर रोक, मादुरो सरकार पर दबाव चरम पर
अमेरिका ने वेनेजुएला के खिलाफ अब तक की सबसे सख्त कार्रवाई करते हुए वहां की सरकार पर पूर्ण आर्थिक और सैन्य दबाव बनाना शुरू कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सभी सैंक्शन वाले तेल टैंकरों की वेनेजुएला में एंट्री और एग्जिट पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। यह फैसला सीधे तौर पर वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था की रीढ़—तेल निर्यात—को निशाना बनाता है।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर पोस्ट कर इस कदम की जानकारी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि निकोलस मादुरो सरकार तेल से होने वाली कमाई का इस्तेमाल ड्रग तस्करी, मानव तस्करी, हत्या और अपहरण जैसी आपराधिक गतिविधियों को फंड करने में कर रही है। ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला अब दक्षिण अमेरिका के इतिहास की सबसे बड़ी नौसैनिक घेराबंदी का सामना कर रहा है और यह दबाव आगे और बढ़ेगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया कि मादुरो सरकार ने अमेरिकी संपत्तियों, तेल क्षेत्रों और अन्य संसाधनों पर अवैध कब्जा किया है, जिन्हें तुरंत लौटाया जाना चाहिए। उन्होंने अवैध प्रवास के मुद्दे को भी इससे जोड़ा और कहा कि अमेरिका से भेजे गए कई प्रवासी अब वेनेजुएला वापस लौटाए जा रहे हैं।
यह फैसला हाल ही में अमेरिकी सेना द्वारा एक तेल टैंकर जब्त किए जाने के बाद आया है। अमेरिका पहले से ही 2005 से वेनेजुएला पर पाबंदियां लगाए हुए है। ट्रंप के पहले कार्यकाल में 2019 में सरकारी तेल कंपनी पीडीवीएसए से अमेरिका को कच्चे तेल का निर्यात पूरी तरह बंद कर दिया गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई नाकाबंदी से वेनेजुएला का तेल निर्यात और भी मुश्किल हो जाएगा, जिससे वहां की पहले से कमजोर अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव पड़ेगा।





