वाशिंगटन के जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय से फलस्तीन समर्थकों के टेंट उखाड़े गए हैं और दर्जनों छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह कार्रवाई आंदोलनकारियों के विश्वविद्यालय प्रमुख एलेन ग्रैनबर्ग के आवास के लिए निकाले गए मार्च के बाद की।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय परिसर में धरना दे रहे छात्र-छात्रा नारेबाजी करते हुए ग्रैनबर्ग के आवास पर गए थे और वहां पर फलस्तीन की स्वतंत्रता पर भाषण दिए थे। अभी तक अमेरिका की 50 संस्थाओं से 2,600 से ज्यादा विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बुधवार सुबह पुलिस ने आंदोलनकारियों को धरना खत्म करने की चेतावनी पर अमल न होने के बाद कार्रवाई की।
आपको बता दें कि पुलिस ने जब धरने में शामिल होने जा रहे छात्रों को रोकने की कोशिश की तो छात्रों ने पुलिस पर पैपर स्प्रे कर दिया। इसके बाद पुलिस ने करीब 30 छात्रों को गिरफ्तार किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि प्रदर्शनकारी छात्रों को निलंबित करने पर भी विचार होगा, क्योंकि परिसर में लगातार प्रदर्शनों और धरने से पढ़ाई बाधित हो रही है। वैसे विश्वविद्यालय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पक्षधर है।
इससे पहले मंगलवार को शिकागो विश्वविद्यालय से भी पुलिस ने धरना खत्म कराया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि परिसर में सुरक्षा के लिए खतरा पैदा होने के बाद पुलिस को कार्रवाई के लिए बुलाया गया। वैसे विश्वविद्यालय शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का समर्थक है।
न्यूयार्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय में धरना खत्म कराए जाने के बाद भी फलस्तीन समर्थक छात्रों का आंदोलन जारी है। वे परिसर में कई बार जहां-तहां नारेबाजी कर गाजा में युद्ध खत्म कराए जाने की मांग कर रहे हैं। अमेरिका की शिक्षण संस्थाओं में फलस्तीनियों के समर्थन में 18 अप्रैल से आंदोलन जारी है।