नई दिल्ली: भारतीय रेलवे से सफर करने वाले करोड़ों यात्रियों के लिए आज से यात्रा महंगी होने जा रही है। रेल मंत्रालय ने टिकट की नई दरों को लेकर आधिकारिक अधिसूचना (Notification) जारी कर दी है, जो आज से प्रभावी हो गई है। लंबे समय के बाद रेल किराए में की गई इस बढ़ोतरी का उद्देश्य रेल सेवाओं के आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए अतिरिक्त राजस्व जुटाना बताया जा रहा है।
कितना हुआ किराए में इजाफा?
रेल मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, किराए में बढ़ोतरी अलग-अलग श्रेणियों (Classes) के आधार पर की गई है। मुख्य रूप से लंबी दूरी की यात्रा और प्रीमियम ट्रेनों के किराए में बदलाव देखने को मिलेगा:
- स्लीपर क्लास (Sleeper Class): सामान्य किराए में 5% से 10% तक की मामूली बढ़ोतरी की गई है।
- एसी क्लास (3AC, 2AC और 1AC): वातानुकूलित श्रेणियों के किराए में 15% तक का इजाफा किया गया है।
- प्रीमियम ट्रेनें: राजधानी, शताब्दी और वंदे भारत जैसी ट्रेनों के आधार किराए (Base Fare) में भी वृद्धि की गई है।
- प्लेटफॉर्म टिकट: कुछ प्रमुख स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के उद्देश्य से प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतों में भी बदलाव के संकेत दिए गए हैं।
बढ़ोतरी का मुख्य कारण
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, परिचालन लागत (Operational Cost) में वृद्धि और ईंधन (डीजल व बिजली) की कीमतों में आए उछाल के कारण किराए में संशोधन अनिवार्य हो गया था। मंत्रालय का तर्क है कि इस अतिरिक्त आय का उपयोग स्टेशनों के पुनर्विकास, नई सुरक्षा तकनीकों (जैसे ‘कवच’) को लागू करने और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने में किया जाएगा।
किन पर नहीं पड़ेगा असर?
राहत की बात यह है कि उपनगरीय ट्रेनों (Suburban Trains) और कम दूरी की पैसेंजर ट्रेनों के किराए में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। दैनिक यात्रियों और कम आय वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए साधारण द्वितीय श्रेणी (General Class) के किराए को भी यथावत रखने का प्रयास किया गया है।
बुकिंग पर प्रभाव
आज से की जाने वाली सभी नई बुकिंग संशोधित दरों पर होगी। हालांकि, जिन यात्रियों ने पहले ही अग्रिम आरक्षण (Advance Reservation) करा लिया है, उन पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्हें पुरानी दरों पर ही यात्रा करने की अनुमति होगी। रेलवे ने अपने सॉफ्टवेयर (CRIS) को अपडेट कर दिया है ताकि नई दरें स्वतः ही टिकट विंडो और ऑनलाइन पोर्टल पर दिखाई दें।
विपक्ष और यात्री संगठनों की प्रतिक्रिया
किराए में इस बढ़ोतरी को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा है, इसे ‘आम आदमी की जेब पर डाका’ करार दिया गया है। वहीं, यात्री संगठनों का कहना है कि किराए में वृद्धि के साथ-साथ ट्रेनों की लेटलतीफी और साफ-सफाई की समस्याओं का समाधान भी प्राथमिकता पर होना चाहिए।
स्टेशनों पर सुबह से ही टिकट काउंटरों पर यात्रियों के बीच नई दरों को लेकर चर्चा देखी गई। रेल मंत्रालय ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है ताकि भारतीय रेल को विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप बनाया जा सके।





