रूस-यूक्रेन संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका समेत कई देश प्रयास कर रहे हैं। बुधवार को लंदन में ब्रिटेन, अमेरिका, यूरोपीय देशों और यूक्रेन के राजनयिक और रक्षा प्रमुख शांति समझौते को लेकर बैठक करेंगे।
ब्रिटिश रक्षा सचिव जॉन हीली ने कहा कि विदेश मंत्रियों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में युद्ध विराम कैसा हो सकता है और दीर्घ अवधि में शांति कैसे सुनिश्चित की जा सकती है इस पर चर्चा होगी। बैठक में यूक्रेन और रूस के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल कीथ केलॉग भी शामिल होंगे।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि पेरिस वार्ता में शामिल होने वाले विदेश मंत्री मार्को रुबियो शेड्यूल संबंधी समस्या के कारण बैठक में नहीं आ पाएंगे। ब्रिटेन ने कहा कि रूस द्वारा अपने पड़ोसी पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद से तीन साल से अधिक समय से चल रही लड़ाई को रोकने के लिए राजनयिक प्रयासों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है।
ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि वार्ता अपने चरम पर पहुंच रही है और अगर दोनों पक्षों में से कोई भी शांति की ओर नहीं बढ़ता है तो अमेरिका इसे छोड़ सकता है। पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के इस सप्ताह फिर से मास्को आने की उम्मीद है।
पश्चिमी विश्लेषकों का कहना है कि रूस शांति वार्ता को समाप्त करने की जल्दी में नहीं है, क्योंकि उसके पास युद्ध के मैदान की गति है और वह अधिक यूक्रेनी भूमि पर कब्जा करना चाहता है। यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के प्रवक्ता डेव पेरेस ने कहा कि गेंद रूस के पाले में है। अब समय आ गया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिखाएं कि वह शांति के बारे में गंभीर हैं।
वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि ब्रिटेन जाने वाले यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल को रूस के साथ केवल बिना शर्त या आंशिक युद्धविराम पर चर्चा करने का अधिकार है। युद्धविराम के बाद हम किसी भी प्रारूप में बातचीत के लिए बैठने के लिए तैयार हैं। वहीं क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने चेतावनी दी कि समझौते का मुद्दा इतना जटिल है कि इस पर कुछ सख्त सीमाएं लगाना और किसी समझौते के लिए छोटी समय-सीमा निर्धारित करने का प्रयास करना गलत होगा।
पिछले दिनों रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों ने सऊदी अरब में अमेरिकी अधिकारियों के साथ अलग-अलग वार्ता की है। रूस ने दूरगामी शर्तें लगाकर लड़ाई में तत्काल और पूरे 30 दिन की रोक के अमेरिकी प्रस्ताव को प्रभावी रूप से खारिज कर दिया है। पुतिन ने शनिवार को 30 घंटे के एकतरफा युद्धविराम की घोषणा की, लेकिन यूक्रेन और ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा कि कथित रोक के दौरान रूसी हमले जारी रहे।