कांग्रेस से नाराज होने का मुख्य कारण अर्जुन मोढवाडिया के विचारों में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के न्योता को ठुकराने की घटना थी। वे इस समारोह को राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा मानते थे, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने इसे ठुकरा दिया जिससे उन्हें आहति हुई। मोढवाडिया कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भी थे और उन्हें इस घटना के बाद नाराजगी महसूस हुई, जिसके परिणामस्वरूप वे भाजपा में शामिल हो गए। यह समारोह राम मंदिर के निर्माण के समर्थन में आयोजित किया जाना था और मोढवाडिया इसे महत्वपूर्ण मानते थे। इसके ठुकराए जाने से उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व में आपत्ति हुई और उन्होंने पार्टी छोड़ दी।