बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की नाजुक तबीयत को देखते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना। जानकारी के अनुसार, खालिदा जिया पिछले कई दिनों से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं और उनकी हालत लगातार डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में है। इसी बीच यूनुस का अस्पताल पहुंचना राजनीतिक और सामाजिक हलकों में एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, खालिदा जिया का इलाज एक विशेष मेडिकल बोर्ड द्वारा किया जा रहा है, जिसमें कई देशों के अनुभवी डॉक्टर शामिल हैं। उनकी स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए विभिन्न देशों के विशेषज्ञों को परामर्श के लिए जोड़ा गया है, जो उनके उपचार के अलग–अलग पहलुओं पर सलाह दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि चिकित्सकों की इस बहुराष्ट्रीय टीम ने मिलकर उनकी स्थिति का मूल्यांकन किया और आगे की चिकित्सा रणनीति पर चर्चा की है।
यूनुस ने अस्पताल में मौजूद परिजनों और मेडिकल टीम से भी बातचीत की और खालिदा जिया के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उनका यह दौरा न केवल मानवीय चिंता का प्रतीक माना जा रहा है, बल्कि देश की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में इसकी प्रतीकात्मक अहमियत भी देखी जा रही है।
मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों का कहना है कि खालिदा जिया की हालत बेहद संवेदनशील है और उन्हें निरंतर उन्नत चिकित्सा की आवश्यकता है। इलाज में किसी भी प्रकार की चूक की गुंजाइश नहीं है, इसलिए हर कदम विशेषज्ञों की सलाह के साथ उठाया जा रहा है।
कुल मिलाकर, खालिदा जिया की बिगड़ती तबीयत और यूनुस का अस्पताल जाना बांग्लादेश की राजनीति और समाज दोनों में चर्चा का विषय बना हुआ है। देशभर में उनके स्वस्थ होने की प्रार्थनाएँ जारी हैं, जबकि मेडिकल टीम लगातार उनके उपचार में लगी हुई है।





