रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद को लेकर व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि हमने सार्वजनिक रिपोर्ट देखी है जिसमें संकेत दिया गया है कि उत्तर कोरिया के सैनिक यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए रूस जा रहे है। उन्होंने कहा कि हम इस स्थिति को पूरी तरह से समझने के लिए अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।जौन किर्बी ने कहा कि हमारा आकलन है कि अक्टूबर के शुरू से लेकर मध्य तक उत्तर कोरिया ने कम से कम 3,000 सैनिकों को पूर्वी रूस में भेजा है। उन्होंने कहा कि ये सैनिक जहाज से यात्रा करते हैं। ये उत्तर कोरियाई सैनिक पूर्वी रूस में कई रूसी सैन्य प्रशिक्षण स्थलों की यात्रा करते हैं, जहां वे वर्तमान में प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अभी तक नहीं पता है कि क्या ये सैनिक रूसी सेना के साथ मिलकर काम कर रहे है। अगर हां तो यह निश्चित रूप से एक चिंताजनक है।
इसके साथ ही किर्बी ने कहा कि हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रखना जारी रख रहे है। अगर रूस के सैनिक समझौते में शामिल होता हैं, तो यह घटनाक्रम यूक्रेन के खिलाफ़ युद्ध में रूस की बढ़ती हताशा को प्रदर्शित करेगा। उन्होंन कहा कि अगर रूस को वास्तव में जनशक्ति के लिए उत्तर कोरिया की ओर रुख करने के लिए मजबूर किया जाता है तो यह क्रेमलिन की ओर से कमज़ोरी का संकेत होगा, न कि ताकत का। यह रूस और उत्तर कोरिया के बीच प्रत्यक्ष सैन्य सहयोग के अभूतपूर्व स्तर को भी दिखाएगा।