अमेरिका ने एक बार फिर यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी की है। यह बमबारी राजधानी सना और उत्तर पश्चिम में स्थित सादा शहर में की गई। हूतियों के अल मिसराह सैटेलाइट न्यूज चैनल ने भी इसकी पुष्टि की है। बमबारी के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूती विद्रोहियों को धमकी दी और कहा कि वे उन्हें पूरी तरह से तबाह कर देंगे। ट्रंप ने साथ ही ईरान को भी चेताया और ईरान पर हूती विद्रोहियों की मदद करने का आरोप लगाया। अमेरिका द्वारा बुधवार रात को हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी की गई। हूतियों के न्यूज चैनल ने दावा किया है कि इस बमबारी में कोई नुकसान नहीं हुआ है और सिर्फ अल जाफ इलाके में भेड़ों के फार्म को नुकसान हुआ है। हाल ही में भी अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला किया था, जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हुई। मारे गए लोगों में बच्चे और महिलाओं के होने का भी दावा किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘हूतियों को इस बमबारी में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यह धीरे-धीरे बदतर होता जाएगा। यह बराबरी की लड़ाई भी नहीं है और ना कभी होगी। उन्हें पूरी तरह से तबाह कर देंगे।’ ट्रंप ने हूतियों को हथियार देने के लिए ईरान को चेतावनी भी दी और दावा किया कि ‘ईरान ने हूतियों को सैन्य आपूर्ति कम कर दी है, लेकिन उसे इस पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।’
ईरान पर लंबे समय से हूतियों की मदद करने के आरोप लग रहे हैं। हूति यमन के अल्पसंख्यक शिया जैदी समुदाय के लोग हैं। इस वर्ग ने साल 1962 तक करीब हजार साल तक यमन पर राज किया। हालांकि ईरान इन आरोपों को बेबुनियाद बताकर खारिज करता रहा है। इस्राइल और हमास की लड़ाई के बाद हूतियों पर लाल सागर के इलाके में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने के आरोप लगे। इस दौरान हूतियों ने करीब 100 व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाया और दो जहाजों को डुबो दिया और चार नाविकों की हत्या की।