अमेरिका और यमन के हूती विद्रोहियों में जारी तनाव के बीच हूती विद्रिहियों का एक बड़ा दावा सामने आया है। इसमें बताया गया है कि सोमवार को अमेरिकी हवाई हमलों में राजधानी सना में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हूतियों का कहना है कि ये हमला सना के शूब जिले के फरवा इलाके के एक बाजार को निशाना बनाकर किया गया, जो पहले भी अमेरिकी हमलों की चपेट में आ चुका है। हालांकि अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने इस हमले की पुष्टि नहीं की है।
साथ ही हूती ने आगे बताया कि सोमवार रात हुए हमलों में यमन के अन्य इलाकों को भी निशाना बनाया गया। बता दें कि यह हमला उस बड़े अभियान का हिस्सा है जो अमेरिका ने हूती विद्रोहियों को निशाना बनाकर शुरू किया है। पिछले हफ्ते ही रस ईसा ईंधन बंदरगाह पर अमेरिकी हमलों में कम से कम 74 लोगों की जान गई थी और 171 लोग घायल हुए थे।
रविवार को हैती की राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस के पास एक शहर में हुए एक हमले में कम से कम तीन सैनिक मारे गए हैं। यह हमला एक गिरोह द्वारा घात लगाकर किया गया। मामले में सरकारी अधिकारियों ने बताया कि ये सैनिक हथियारों के साथ फ्रंटलाइन पर ड्यूटी कर रहे थे, जब उन्हें निशाना बनाया गया। हमले के पीछे ‘विव अनसनम’ नामक गिरोहों का गठबंधन बताया जा रहा है, जो हाल के दिनों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ टकराव में है।
अधिकारियों के अनुसार हमला केंसकॉफ नाम के इलाके में हुआ, जो हाल ही में भारी गोलीबारी और हिंसा का केंद्र बना हुआ है। वहीं स्थानीय मीडिया के अनुसार, सैनिक बिना हथियार वाली कार में जा रहे थे, जब उन्हें भारी हथियारों से लैस गिरोह के सदस्यों ने घेर लिया और हमला किया।
इस हमले को लकर हैती सरकार ने दुख व्यक्त किया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा हैती सरकार ने पोस्ट किया कि ये सैनिक सिर्फ हमारी सेना के सदस्य नहीं थे, बल्कि राष्ट्र के बहादुर बेटे थे। उन्होंने देश की आज़ादी और सुरक्षा के लिए अपनी जान दी, और उनका बलिदान कभी नहीं भुलाया जाएगा। सरकार ने यह भी कहा कि यह घटना हमें याद दिलाती है कि स्वतंत्रता की कीमत बहुत बड़ी होती है, और कभी-कभी यह कीमत हमारे सबसे बहादुर लोगों के खून से चुकानी पड़ती है।