अमेरिकी अरबपति और टेस्ला के मालिक एलन मस्क के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। शनिवार को देशभर में टेस्ला के शोरूम और सर्विस सेंटर के बाहर प्रदर्शनकारियों की भीड़ जुटी। ये लोग मस्क द्वारा अमेरिी सरकार के विभागों को बंद करने और खर्चों में कटौती करने के फैसले का विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में बनाए गए सरकारी दक्षता विभाग के प्रमुख मस्क ने कई सरकारी एजेंसियों को बंद कर दिया है। उनकी इस नीति के विरोध में लोग टेस्ला की कारों और कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को अमेरिका में टेस्ला के 277 शोरूम और सर्विस सेंटर के बाहर प्रदर्शन हुए। न्यू जर्सी, मैसाच्युसेट्स, कनेक्टिकट, न्यूयॉर्क, मैरीलैंड, मिनेसोटा और टेक्सस में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर पकड़े हुए थे। जिन पर नारे लिखे हुए थे- ‘एलन मस्क से नफरत है तो हॉर्न बजाओ’, ‘अरबपतियों की तानाशाही के खिलाफ लड़ो’। इसके अलावा, मस्क के खिलाफ यूरोप में भी आक्रोश देखने को मिला। लंदन में एक टेस्ला डीलरशिप के बाहर प्रदर्शनकारियों ने मस्क के खिलाफ पोस्टर लगाए और उनकी तुलना हिटलर से की। एक प्रदर्शनकारी कैमरल व्हिटेन ने कहा, ‘हम केवल अपनी आवाज उठाना चाहते हैं, ताकि लोगों को इस मुद्दे के बारे में जानकारी मिले।’ ‘टेस्ला टेकडाउन’ नाम से चलाए जा रहे इस विरोध प्रदर्शन को कई मशहूर हस्तियों और राजनेताओं का समर्थन मिला है। इनमें हॉलीवुड अभिनेता जॉन क्यूसेक और डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद जैस्मिन क्रॉकेट भी शामिल हैं। क्रॉकेट ने कहा, मैं कांग्रेस (संसद) में इस मुद्दे पर आवाज उठाती रहूंगी, लेकिन मुझे आप सभी की जरूरत है। आप सड़कों पर अपनी आवाज उठाते रहें। हालांकि, कुछ प्रदर्शनकारियों ने टेस्ला की कारों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। जर्मनी में टेस्ला की सात कारों को आग के हवाले कर दिया गया। अमेरिकी अटॉर्नी पाम बॉन्डी ने इसे आतंकवादी गतिविधि करार दिया। वहीं, मस्क ने इन हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘लोगों को इस तरह हिंसा नहीं करने चाहिए। वे पागलपन बंद करें।’