लोकसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। भाजपा समर्थित एनडीए ने रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। हालांकि, विपक्षी गठबंधन ने इस बार एनडीए को कड़ी टक्कर दी है। इस बीच, पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने 42 में से 30 सीटों पर बढ़त बना रखी है। रुझानों के बीच टीएमसी ने कहा कि यह नतीजे ममता सरकार की जन-समर्थक नीतियों में लोगों के विश्वास और भाजपा के खिलाफ निराशा के माहौल को दर्शाता है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, दोपहर 12:30 बजे तक कई दौर की मतगणना के बाद टीएमसी 31 सीटों पर आगे थी। वहीं, भाजपा 10 और कांग्रेस एक सीट पर आगे थी। टीएमसी प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा कि राज्य की जनता ने जनादेश से बंगाल विरोधी ताकतों को हरा दिया है। नतीजों से साफ होता है कि एग्जिट पोल भाजपा समर्थक मीडिया का दिखावा था। बता दें, 2019 लोकसभा चुनावों में टीएमसी ने 22 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने 18 और कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं। रुझानों के चलते टीएमसी कार्यकर्ताओं में उत्साह है। बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ता जय बांग्ला, टीएमसी जिंदाबाद और भाजपा हाय-हाय के नारे लगा रहे हैं। टीएमसी समर्थक जादवपुर, कोलकाता दक्षिण, कोलकाता उत्तर, डायमंड हार्बर, बैरकपुर, आसनसोल, दुर्गापुर-बर्धमान सहित अन्य शहरों में सड़कों पर जश्न मना रहे हैं। अधिकतर लोगों ने टीएमसी सुप्रीमो की तस्वीरें और पार्टी के प्रतीक के कटआउट लिए हुए थे। जादवपुर में एक टीएमसी कार्यकर्ता ने कहा कि जश्न अभी शुरू हुआ है। बाहरी लोगों के दखल और पीएम मोदी की टिप्पणियों को मतदाताओं ने नकार दिया है। लोगों ने दीदी और अभिषेक बनर्जी को वोट दिया है। शांतनु ने राष्ट्रीय स्तर के रुझानों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि लोगों ने भाजपा के अहंकार और कुशासन के खिलाफ मतदान किया है। परिणामों से साफ होता है कि भाजपा नैतिक रूप से और राजनीतिक रूप से भी पराजित हुई है।





