नए साल पर शुरू हुई सर्दी का सितम लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कड़ाके की ठंड के बीच कोहरा ने भी दस्तक दे दी। कोहरे के कारण लोगों का जन-जीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं, धुंध के चलते हाईवे समेत अन्य मार्गों पर वाहनों के पहिये की रफ्तार भी थम सी गई है। विमान और ट्रेन के मुसाफिरों पर कोहरे का कहर पड़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज बदल चुका है। शनिवार सुबह से ही पूरे एनसीआर में घना कोहरा छाया हुआ है। कई जगहों पर दृश्यता जीरो तक पहुंच गई है। ऐसे में लोगों को सड़क पर गाड़ियों की फॉग लाइट जलानी पड़ रही है। वहीं कोहरे की वजह से रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की चाल थम गई। कानपुर के यात्री बृज किशोर वर्मा का कहना है कि कानपुर से आने वाली ट्रेन छह घंटे देरी से चल रही है। वह दो-तीन घंटे से स्टेशन पर इंतजार कर रहे हैं। उन्हें बताया गया है कि सभी ट्रेनें देरी से चल रही हैं। वहीं हवाईअड्डों पर विमानों की आवाजाही भी प्रभावित हुई। इससे यात्रियों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से शुक्रवार को संचालित होने वाली 100 से ज्यादा विमान देरी का शिकार हुई। रनवे पर दृश्यता घटने की वजह से लो विजिबिलिटी प्रोसीजर लागू कर विमानों की आवाजाही कराई गई। इससे अन्य विमानों के संचालन में देरी हुई और यात्रियों को एयरपोर्ट के टर्मिनल पर विमानों के इंतजार में परेशान होना पड़ा। उधर, रेलवे ट्रैक पर चलने वाली उत्तर भारत की 150 से अधिक ट्रेन देरी का शिकार हुई। इसमें दिल्ली पहुंचने वाली 41 से अधिक ट्रेन परिवर्तित समय से रवाना की गई। देरी से चलने वाली ट्रेन में मुख्य रूप से महाबोधी एक्सप्रेस दो घंटे से अधिक, नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ सात घंटे से अधिक, पूरबिया एक्सप्रेस चार घंटे से अधिक, विक्रमशिला तीन घंटे से अधिक देरी से संचालित हुई।