वॉशिंगटन/नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत की सराहना करते हुए दोनों देशों के संबंधों को “मजबूत और भरोसेमंद साझेदारी” बताया है। उन्होंने कहा कि भारत न केवल दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है, बल्कि अमेरिका का एक “अहम रणनीतिक और सांस्कृतिक साझेदार” भी है। ट्रंप ने यह बयान अपने करीबी सहयोगी सर्जियो गोर के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दिया, जिन्हें हाल ही में प्रशासन में एक अहम पद पर नियुक्त किया गया है।
वॉशिंगटन डीसी में आयोजित इस कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा, “भारत सभ्यताओं का देश है, जिसकी विरासत हजारों वर्षों पुरानी है। अमेरिका भारत को अपना सच्चा मित्र और भरोसेमंद साझेदार मानता है। दोनों देशों ने हर वैश्विक मुद्दे पर साथ मिलकर काम किया है — चाहे वह सुरक्षा हो, तकनीक, ऊर्जा या व्यापार।”
ट्रंप ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध न केवल सरकारों के बीच बल्कि “जन-जन के रिश्तों” पर आधारित हैं। उन्होंने भारतीय-अमेरिकी समुदाय की भूमिका की भी सराहना करते हुए कहा कि “भारतीय मूल के लोगों ने अमेरिका के विकास, नवाचार और नेतृत्व में अभूतपूर्व योगदान दिया है।”
उन्होंने आगे कहा कि “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। हम भारत के साथ साझेदारी को और आगे बढ़ाना चाहते हैं।” ट्रंप के इस बयान को आने वाले समय में दोनों देशों के बीच संबंधों की दिशा को लेकर सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
सर्जियो गोर, जो ट्रंप प्रशासन में लंबे समय से नजदीकी सहयोगी रहे हैं, ने शपथ ग्रहण के बाद भारत-अमेरिका संबंधों को “21वीं सदी की रणनीतिक धुरी” बताते हुए कहा कि “दोनों लोकतंत्रों के बीच सहयोग वैश्विक स्थिरता के लिए अनिवार्य है।”
भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों ने भी ट्रंप के इस बयान का स्वागत किया है। वॉशिंगटन और न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के कई प्रतिनिधियों ने कहा कि यह वक्तव्य भारत की बढ़ती वैश्विक छवि का प्रमाण है।
‘भारत सभ्यताओं का देश, हमारा अहम साझेदार’ — सर्जियो गोर के शपथ ग्रहण समारोह में ट्रंप ने की भारत की खुलकर तारीफ





