फ्रांस ने कहा है कि फ्रांस और भारत दोनों एक साथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रहे हैं। आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) में फ्रांस की स्थायी सदस्य मिली डी मोंटचलिन ने कहा कि दोनों देशों का दृष्टिकोण समान है। दोनों देश जानते हैं एआई अधिक विकास, नवाचार और समृद्धि के लिए एक उपकरण के रूप में क्या कर सकती है। मोंटचलिन ने आगे कहा कि फ्रांस और भारत के पास डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा है। हमारे मूल्य भी समान हैं। हम अधिक विकास और नवीनीकरण चाहते हैं, इसलिए हम साथ में मिलकर काम कर रहे हैं। मोंटचलिन ने बताया कि हम अपनी संप्रभु स्वायत्तता बनाए रखना चाहते हैं कि हमारी प्रौद्योगिकियों पर हमारा नियंत्रण हो। साइबर को लेकर भी हमारा दृष्टिकोण समान है। हम चाहते हैं कि एआई के जरिए पूरी पृथ्वी की मदद की जाए। इसलिए हम कोई विभाजन नहीं करते हैं, इसलिए हम इसको उत्तर और दक्षिण कहते हैं। ओईसीडी में फ्रांस की स्थायी सदस्य ने कहा कि दोनों देश एआई पर वैश्विक साझेदारी को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि एआई के जरिए जलवायु परिवर्तन, कृषि, स्मार्ट शहर, जल संसाधनों में आने वाली दिक्कतों का सामना कर सकें। भारत इस क्षेत्र में बहुत कुछ आगे और अच्छा करना चाहता है, जिसका फ्रांस समर्थन करेगा। हम आगे भी ऐसे ही साथ मिलकर काम करते रहेंगे।
हम एआई पर वैश्विक साझेदारी के हिस्से के रूप में भी चर्चा कर रहे हैं, जलवायु परिवर्तन, कृषि, स्मार्ट शहरों, जल संसाधनों का सामना करने के लिए अच्छे, खुले एआई समाधानों के लिए एआई कैसे बनें, और सुनिश्चित करें कि ये एल्गोरिदम स्वतंत्र, खुले हैं, न केवल उन्होंने कहा, ”भारत और फ्रांस के लिए, बल्कि अन्य विकासशील और उभरते देशों के लिए भी, और यह कुछ ऐसा है जिसे मैं जानता हूं कि भारत और भी अधिक करना चाहता है और फ्रांस इसका समर्थन करेगा और हम मिलकर ऐसा करेंगे।”





