भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर जल्द सहमति बन सकती है। भारत ने व्यापार वार्ता में अमेरिका के समक्ष इस्पात, ऑटो पार्ट्स व दवाओं पर दोनों देशों में शून्य टैरिफ का प्रस्ताव रखा है। भारत का प्रस्ताव है कि उत्पादों की एक निश्चित मात्रा और पारस्परिक आधार पर इस टैरिफ व्यवस्था को अपनाया जा सकता है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने वाशिंगटन में हुई बातचीत में भारतीय अधिकारियों ने यह प्रस्ताव रखा। इसके तहत एक तय सीमा तक वस्तुओं पर कोई आयात शुल्क नहीं लगेगा। आयात तय सीमा से ज्यादा होता है, तो सामान्य दरों पर शुल्क लागू होगा। यह प्रस्ताव साल के अंत तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते को पूरा करने की रणनीति का हिस्सा है।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने भारत के क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर्स (क्यूसीओ) को लेकर चिंता जाहिर की है और इसे उसके यहां से भारत को होने वाले निर्यात में बाधा बताया है। अमेरिका का कहना है कि इसमें पारदर्शिता नहीं है। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने मेडिकल उपकरणों और रसायन जैसे क्षेत्रों में मौजूदा क्यूओसी की समीक्षा करने पर रजामंदी जाहिर की है। भारत ने पारस्परिक समझौते का प्रस्ताव भी दिया, जिसके तहत दोनों देश एक-दूसरे के नियामक मानकों को स्वीकार करेंगे। भारत और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को 90 दिन स्थगित करने की अवधि के अंदर व्यापार समझौते पर सहमति बनाना चाहते हैं।