भारत और कनाडा के बीच पिछले कुछ महीनों से चल रहे तनाव के बीच अब संबंधों में धीरे-धीरे सुधार के संकेत दिखाई देने लगे हैं। दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर पर संवाद बढ़ा है और कई मुद्दों पर ठंडे पड़े संपर्क अब दोबारा सक्रिय हो रहे हैं। इस सकारात्मक बदलाव के बीच कनाडा की एक मंत्री ने संकेत दिया है कि दोनों देश व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं और रुकी हुई वार्ताओं को फिर से गति देने की पहल की जा रही है।
कनाडाई मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग की अपार संभावनाएं हैं और हालिया तनाव का प्रभाव द्विपक्षीय व्यापार पर नहीं पड़ने देना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कनाडा भारत के साथ व्यापार समझौते को फिर से सक्रिय करने के लिए उत्सुक है और तकनीकी स्तर पर बातचीत को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मंत्री ने जोर देकर कहा कि मजबूत आर्थिक साझेदारी दोनों देशों के हित में है और इससे रोजगार, निवेश तथा व्यापार के नए अवसर खुल सकते हैं।
उधर, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और कनाडा के बीच संबंधों में आई नरमी क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक सहयोग की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उनके अनुसार, व्यापार समझौते पर फिर से काम शुरू होने से निवेश वातावरण बेहतर होगा और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को लाभ मिलेगा। राजनयिक सूत्रों का कहना है कि आने वाले महीनों में उच्च-स्तरीय बैठकों और आधिकारिक दौरों के जरिए संबंधों में और प्रगति देखने को मिल सकती है।
सरकार ने भी संकेत दिया है कि भारत किसी भी साझेदारी के लिए सकारात्मक रुख रखता है, बशर्ते दूसरे पक्ष से भरोसेमंद और सम्मानजनक माहौल बनाए रखने की प्रतिबद्धता दिखाई दे। कुल मिलाकर, भारत-कनाडा रिश्तों में यह बदलाव तनाव से तालमेल की ओर बढ़ने का संकेत देता है।





