भारत और सऊदी अरब ने रक्षा समेत दो नई मंत्रिस्तरीय समितियों का गठन किया है। दोनों पक्षों ने भारत में दो रिफाइनरियां स्थापित करने पर सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के क्राउंन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच द्विपक्षीय बातचीत में इन पर सहमति बनी। दोनों पक्षों ने अंतरिक्ष, डोपिंग रोधी शिक्षा, स्वास्थ्य और संचार के क्षेत्रों में चार समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए।
पीएम नरेंद्र मोदी और सलमान ने रणनीतिक साझेदारी परिषद की सह-अध्यक्षता की, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच मित्रता को और मजबूत करना है। रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री की 2019 की यात्रा के दौरान की गई थी।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, परिषद ने एसपीसी के अंतर्गत विभिन्न समितियों, उपसमितियों और कार्य समूहों के कार्यों की समीक्षा की, जिसमें राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, कृषि, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों से संबंधित कार्य शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में रक्षा साझेदारी में हुई गहनता को प्रतिबिंबित करने के लिए- जिसमें संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण कार्यक्रम और रक्षा उद्योग में सहयोग शामिल है- दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग पर एक नई मंत्रिस्तरीय समिति बनाने का निर्णय लिया।
दोनों पक्षों ने सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए पर्यटन और सांस्कृतिक सहयोग पर एक नई मंत्रिस्तरीय समिति बनाने का फैसला किया, जिसने हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण गति पकड़ी है।
प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब की दो दिन की यात्रा पर मंगलवार को जेद्दा पहुंचे थे। लेकिन जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के बाद वह मंगलवार देर रात ही स्वदेश रवाना हो गए। इस दौरान पीएम मोदी और सलमान ने आतंकी हमले की निंदा की। क्राउन प्रिंस ने अपनी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की, और इस संबंध में हर संभव मदद की पेशकश की।